ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी इलाके में मंगलवार रात दो इमारत गिर गई। इस दर्दनाक हादसे अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। एनडीआरएफ की चार टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है।
बताया जा रहा है कि एक 6 मंजिला जो इमारत गिरी है, उसमें कई परिवार रह रहे थे। जबकि दूसरे निर्माणाधीन इमारत में कई मजदूर काम कर रहे थे।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर नोएडा में इमारत गिरने की घटना का गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन को तत्काल एनडीआरएफ की सहायता से हर संभव मदद मुहैया कराने और घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था कराने के निर्देश दिए हैं।
यूपी पुलिस के डीजीपी के अनुसार, 'एनडीआरएफ की टीम, जिला प्रशासन, पुलिस मौके पर मौजूद हैं और मुस्तैदी से राहत कार्य को अंजाम दिया जा रहा है।' फिलहाल मलबा अधिक होने के कारण मृतकों और घायलों की संख्या का अनुमान लगाना मुश्किल है।
रेस्क्यू में जुटी एनडीआरएफ की टीम का कहना है कि खोजी कुत्तों की मदद ली जा रही है।
केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। एनडीआरएफ की टीम के साथ डॉग स्क्वॉड की टीम भी मौके पर बचाव कार्य में जुट गई है। आस पास के सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 12 एंबुलेंस भी मौके पर मौजूद है।
ऐसी बातें सामने आ रही है कि कॉलोनाइजर ने सेफ्टी नियमों को ताक पर रखते हुए इस अवैध बिल्डिंग का निर्माण किया था। इतना ही नहीं इमारत बनाने में घटिया निर्माण सामग्री लगाने और और मानकों का उल्लंघन करने का भी आरोप लगा है।
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Source : News Nation Bureau