काबुल में सरकारी, निजी कार्यालय अब भी बंद
काबुल में सरकारी, निजी कार्यालय अब भी बंद
काबुल:
तालिबान के काबुल पर कब्जा करने के ठीक एक हफ्ते बाद रविवार को अफगानिस्तान की राजधानी में सरकारी और निजी कार्यालय बंद रहे।टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालयों, पासपोर्ट विभाग और बैंकों जैसे सरकारी और निजी कार्यालयों के बंद होने से काबुल के निवासियों के लिए बड़ी समस्याएं खड़ी हो गई हैं।
शनिवार को, दर्जनों अफगान काम करने के उद्देश्य से सरकारी कार्यालयों गए, लेकिन सामान्य सेवाएं फिर से शुरू नहीं हुईं।
टोलो न्यूज से बात करने वाले निवासियों ने तालिबान से जल्द से जल्द सरकारी कार्यालय खोलने को कहा है।
पासपोर्ट विभाग में आए काबुल के रहने वाले अहमद मसीह ने कहा, मैं अपने पासपोर्ट के लिए आया था और पिछली सरकार के दौरान अपना पासपोर्ट पाने के लिए 25 दिनों से इंतजार कर रहा था।
पासपोर्ट कार्यालय के एक कर्मचारी ने कहा, तालिबान ने कहा कि सरकारी कर्मचारी शनिवार को आएं और अपना काम शुरू करें, इसलिए मैं यहां आया लेकिन देखा कि विभाग में कोई कर्मचारी नहीं है।
दाईकुंडी निवासी मोहम्मद जमान ने कहा, मुझे नहीं पता कि (पासपोर्ट विभाग) कब खुलेगा।
टोलो न्यूज से बात कर रहे निवासियों ने सरकारी कर्मचारियों से पहले की तरह आकर अपना काम शुरू करने का अनुरोध किया।
काबुल निवासी सेदिकुल्लाह ने कहा, सभी घर पर हैं और वे (तालिबान) हमें काम पर आने के लिए बुला रहे हैं।
लेकिन पासपोर्ट विभाग के एक कर्मचारी नवीद पायकन ने कहा, हम अपने विभाग में आए, विभाग में अन्य कर्मचारी थे और हमने एक बैठक की लेकिन हमारा काम अभी तक आधिकारिक रूप से शुरू नहीं हुआ है।
पासपोर्ट विभाग के नए अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही सभी सरकारी और निजी कार्यालय खुल जाएंगे।
पासपोर्ट विभाग के नए प्रमुख अहमद मंसूर ने कहा, पासपोर्ट विभाग में कोई समस्या नहीं है और जब सिस्टम सक्रिय हो जाएगा तो हम इसकी घोषणा करेंगे।
काबुल में कोई सरकारी कार्यालय नहीं खुलने के बावजूद नंगरहार प्रांत के निवासियों ने कहा कि सरकारी कार्यालय खुले रहे हैं।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें