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कश्मीरी पंडितों की रक्षा करने में विफल रही सरकार : कांग्रेस

कश्मीरी पंडितों की रक्षा करने में विफल रही सरकार : कांग्रेस

Updated on: 07 Oct 2021, 05:15 PM

नई दिल्ली:

कश्मीर में पिछले 48 घंटों में आतंकवादियों द्वारा पांच लोगों को मारे जाने के बाद कांग्रेस ने गुरुवार को इस घटना की निंदा की और कहा कि भाजपा घाटी में कश्मीरी पंडितों की रक्षा करने में विफल रही है।

सोनिया गांधी ने जम्मू-कश्मीर में पार्टी नेचाओं को शोक संतप्त परिवारों को समर्थन देने का भी निर्देश दिया है।

कांग्रेस के बयान में कहा गया है, भाजपा सरकार की कश्मीरी पंडित समुदाय और बड़े पैमाने पर नागरिकों की रक्षा करने में असमर्थता इस क्षेत्र में उनके द्वारा पैदा की गई अस्थिरता का प्रत्यक्ष परिणाम है। आतंकवाद में वृद्धि और हिंसा में वृद्धि इस सरकार की कमजोरियों और उदासीन रवैये का प्रमाण है।

पार्टी ने कहा कि पिछले 48 घंटे में एक प्रमुख कश्मीरी पंडित एम. एल. बिंदरू सहित पांच लोग आतंकी घटनाओं में मारे गए हैं।

बयान में कहा गया है, हम नागरिकों पर इन नृशंस हमलों की कड़ी निंदा करते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने राज्य प्रभारी रजनी पाटिल को शोक संतप्त परिवारों को अपना समर्थन देने का निर्देश दिया है।

पिछले महीने राज्य का दौरा करने वाले राहुल गांधी ने भी हत्याओं की निंदा की है। हिंदी में किए गए एक ट्वीट में उन्होंने कहा, कश्मीर में हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। आतंकवाद ना तो नोटबंदी से रुका ना धारा 370 हटाने से - केंद्र सरकार सुरक्षा देने में पूरी तरह असफल रही है। हमारे कश्मीरी भाई-बहनों पर हो रहे इन हमलों की हम कड़ी निंदा करते हैं व मृतकों के परिवारों को शोक संवेदनाएं भेजते हैं।

इससे पहले दिन में, श्रीनगर के ईदगाह इलाके में एक सरकारी उच्च माध्यमिक विद्यालय के अंदर आतंकवादियों ने दो शिक्षकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

यहां रिपोर्ट में कहा गया है कि मारे गए शिक्षकों में स्कूल की प्रिंसिपल सुपिन्दर कौर और कश्मीरी पंडित शिक्षक दीपक चंद शामिल हैं।

गुरुवार को की गई हत्या से दो दिन पहले आतंकवादियों ने एक स्थानीय पंडित एम. एल. बिंदरू, बिहार के एक गैर-स्थानीय विक्रेता और कश्मीर में एक स्थानीय टैक्सी चालक की हत्या कर दी थी।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.