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2016 में जम्मू-कश्मीर में दंगों में 300 फीसदी की बढ़ोतरी

जम्मू-कश्मीर में 2016 में दंगों में तीन गुणा बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही लूट के मामलों में भी जबरदस्त इजाफा हुआ है। सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 2016 में जम्मू-कश्मीर में 3,404 दंगों के मामले सामने आए जबकि 2015 में राज्य में मात्र 1,157 दंगे हुए थे।

Updated on: 05 Mar 2017, 06:59 PM

highlights

  • जम्मू-कश्मीर में 2016 में दंगों में तीन गुणा बढ़ोतरी हुई है, वहीं लूट के मामलों में भी अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है
  • 2016 में जम्मू-कश्मीर में 3,404 दंगों के मामले सामने आए जबकि 2015 में राज्य में मात्र 1,157 दंगे हुए थे

New Delhi:

जम्मू-कश्मीर में 2016 में दंगों में तीन गुणा बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही लूट के मामलों में भी जबरदस्त इजाफा हुआ है। सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 2016 में जम्मू-कश्मीर में 3,404 दंगों के मामले सामने आए जबकि 2015 में राज्य में मात्र 1,157 दंगे हुए थे।

एक साल के भीतर राज्य में दंगों की संख्या में 2,247 की बढ़ोतरी हुई। जम्मू-कश्मीर क्राइम ब्रांच के आंकड़ों के मुताबिक 2016 में पुलिस ने 267 लूट के मामले दर्ज किए जबकि 2015 में राज्य में 147 लूट के मामले दर्ज किए गए थे।

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पिछले साल हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद करीब चार महीनों तक विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला चला था, जिसमें करीब 100 से अधिक लोग मारे गए थे।

अधिकारियों के मुताबिक दंगा और लूट के मामलों में हुई बढ़ोतरी की वजह बुरहान वानी का मारा जाना था। इसके साथ ही राज्य में हत्या के मामलों में बढ़ोतरी हुई। 2015 में राज्य में हत्या की कोशिश के 430 मामले सामने आए थे जबकि 2016 में ऐसे मामलों की संख्या 573 हो गई।

इसके साथ ही राज्य में हत्या के मामले में भी बढ़ोतरी हुई। 2016 में राज्य में हत्या के 140 मामले सामने आए जबकि 2015 में हत्या के 133 मामले दर्ज किए गए थे।

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