सरकार ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से हाल ही में रिलीज हुई ओपेनहाइमर से विवादास्पद दृश्यों को हटाने के लिए कहा है, जो परमाणु बम के जनक कहे जाने वाले जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर के जीवन पर आधारित है। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों के मुताबिक सरकार ने सीबीएफसी से फिल्म से सभी विवादित सीन हटाने को कहा है।
फिल्म ओपेनहाइमर पिछले हफ्ते रिलीज हुई थी और यह रॉबर्ट ओपेनहाइमर के जीवन पर आधारित है, जिनका हिंदू पवित्र ग्रंथ भगवद गीता से संबंध था।
फिल्म निर्माता क्रिस्टोफर नोलन की सिलियन मर्फी अभिनीत हालिया रिलीज ओपेनहाइमर के एक दृश्य में अभिनेता को साथी अभिनेत्री के साथ अंतरंग होते हुए भगवदगीता की एक पंक्ति पढ़ते हुए दिखाया गया है, इससे भारत में कई लोग नाराज हो गए हैं और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है।
सीबीएफसी ने भारत में फिल्म को यू/ए सर्टिफिकेट के साथ पास कर दिया, फिल्म में रॉबर्ट ओपेनहाइमर के रूप में सिलियन मर्फी और जीन टैटलॉक के रूप में फ्लोरेंस पुघ के बीच एक सेक्स सीन है।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी सीबीएफसी से पूर्ण जवाबदेही की मांग की है।
सूत्रों के अनुसार, ठाकुर ने फिल्म में आपत्तिजनक दृश्य के खिलाफ गंभीर कार्रवाई की है और सेंसर बोर्ड को बिना किसी देरी के उस दृश्य को हटाने का निर्देश दिया है।
सूत्र ने यह भी कहा कि सेंसर बोर्ड के कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा सकती है, जिन्हें फिल्म को मंजूरी देने के लिए जिम्मेदार माना जाता है।
इससे पहले, सूचना आयुक्त उदय माहुरकर ने सेव कल्चर सेव इंडिया फाउंडेशन की एक प्रेस विज्ञप्ति को साझा करते हुए कहा, हर कोई हैरान है कि सीबीएफसी इस दृश्य के साथ फिल्म को कैसे मंजूरी दे सकता है।
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Source : IANS