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सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार की चेतावनी, कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी

देश और दुनिया में नए वेरिएंट्स आएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि एक लहर के खत्म होने के बाद सावधानी में कमी आने से वायरस को फिर से फैलने का मौका मिलता है.

Updated on: 05 May 2021, 07:06 PM

highlights

  • भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है
  • इस बीच देश में तीसरी लहर को लेकर भी चेतावनी जारी की गई है
  • महाराष्ट्र में पॉजिटिविटी रेट 24 प्रतिशत है

नई दिल्ली:

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है. इस बीच देश में तीसरी लहर को लेकर भी चेतावनी जारी की गई है. केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन का कहना है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राघवन ने कहा, वायरस का अधिक मात्रा में सकुर्लेशन हो रहा है और तीसरी लहर भी आएगी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब आएगी और किस स्तर की होगी. हमें नई (तीसरी) लहर के लिए तैयारी करनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि नए स्ट्रेन से निपटने के लिए अपग्रेडेशन के लिए कोविड-19 वैक्सीन की नियमित निगरानी की आवश्यकता है.

वैज्ञानिक सलाहकार ने यह भी कहा कि वायरस के स्ट्रेन पहले स्ट्रेन की तरह फैल रहे हैं. इनमें नई तरह के संक्रमण का गुण नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा वेरिएंट्स के खिलाफ वैक्सीन प्रभावी हैं. देश और दुनिया में नए वेरिएंट्स आएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि एक लहर के खत्म होने के बाद सावधानी में कमी आने से वायरस को फिर से फैलने का मौका मिलता है.

विजयराघवन ने इस बात पर भी जोर दिया कि वर्तमान में उपलब्ध टीके मौजूदा वेरिएंट के मुकाबले प्रभावी हैं. उन्होंने कहा कि भारत और दुनिया भर में वैज्ञानिक नए वेरिएंट्स का पूवार्नुमान लगाने और जल्दी चेतावनी और तेजी से संशोधित टूल विकसित करके उनके खिलाफ काम कर रहे हैं.

इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में पहले की तुलना में कोरोना संक्रमण के मामलों की रफ्तार 2.4 प्रतिशत तेजी से बढ़ी है. संयुक्त सचिव (स्वास्थ्य) लव अग्रवाल ने कहा, 12 राज्यों में एक लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं, सात राज्यों में 50,000 से एक लाख सक्रिय मामले हैं और 17 राज्यों में 50,000 से कम सक्रिय मामले हैं. महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में 1.5 लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं.

अग्रवाल ने कहा कि 24 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 15 प्रतिशत से अधिक जबकि 10 राज्यों में 25 प्रतिशत से अधिक पॉजिटिविटी रेट है. महाराष्ट्र में पॉजिटिविटी रेट 24 प्रतिशत है.