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संसद का शीतकालीन सत्र (फाइल फोटो)
केंद्र सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर 10 दिसंबर को सुबह 11 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई हैं. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद होंगे. संसद का शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर से शुरू होने जा रही है. इस बैठक में संसद के कामकाज को सुचारू तरीके से चलने पर चर्चा की जाएगी.
संसद के इस शीतकालीन सत्र को 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अंतिम पूर्ण सत्र माना जा रहा है और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार चाहती है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले यह सत्र सार्थक साबित हो. वहीं विपक्ष के लिये यह सरकार को घेरने का मौका होने जा रहा है.
वहीं उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने 10 दिसंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है ताकि ऊपरी सदन में कामकाज के सुचारू संचालन के लिये विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति बनाई जा सके.
इससे पहले संसद सत्र के दौरान वेंकैया नायडू सदन में सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्ष के बीच गतिरोध पर चिंता व्यक्त कर चुके हैं जिसके कारण सदन में सुचारू कामकाज में बाधा देखने को मिली थी.
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शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार संसद में कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित कराना चाहती है. इसमें तीन तलाक संबंधी विधेयक राज्यसभा में लंबित है. माना जा रहा है कि सरकार इस विधेयक को पारित कराने का प्रयास करेगी. सरकार इससे पहले तीन तलाक पर अध्यादेश जारी कर चुकी है जिसमें दंड का प्रावधान है.
दिलचस्प है कि यह सत्र पांच राज्यों- मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के दिन शुरू हो रहा है.
Source : News Nation Bureau