प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रेप के खिलाफ अध्यादेश लाकर सरकार ने अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। इसके साथ ही जोर देते हुए कहा कि लोगों को अपनी बेटियों को सम्मान देना होगा और सुरक्षित माहौल के लिए बेटों को भी ज्यादा जिम्मेदार बनाना होगा।
पीएम मोदी ने मांडला जिले के रामनगर की रैली में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक आंदोलन करने का भी आह्वान किया।
पीएम मोदी ने लोगों से बेटियों की सुरक्षा के लिए माहौल तैयार करने की अपील की।
मध्य प्रदेश के मांडला जिले में पंचायती राज सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'परिवारों को बेटियों के लिए सम्मान को बढ़ाना होगा। परिवारों को बेटों को भी और जिम्मेदार बनाना होगा।'
उन्होंने कहा, 'ऐसे में बेटियों की सुरक्षा बहुत मुश्किल काम नहीं होगा। हमें इसके लिए सामाजिक आंदोलन शुरू करने की जरूरत है।'
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पीएम मोदी ने कहा, 'अभी शिवराज जी (मध्यप्रदेश के सीएम) ने अध्यादेश में नाबालिग से रेप के दोषी को फांसी की सजा देने का जिक्र किया। मैंने देखा कि यहां मौजूद सभी लोगों ने इसका स्वागत किया।'
उन्होंने अध्यादेश का जिक्र करते हुए कहा, 'दिल्ली में एक ऐसी सरकार है जो आप लोगों की बात सुनती है और फैसले लेती है। इसलिए केंद्र सरकार ने इस भयानक कृत्य के के लिए मौत की सजा का प्रावधान किया है।'
कठुआ और उन्नाव में रेप की घटनाओं के बाद देश भर में भड़की नाराज़गीको देखते हुए केंद्र सरकार ने 21 अप्रैल को अध्यादेश पारित कर 12 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ रेप के दोषी को फांसी की सजा का प्रावधान किया है।
पीएम मोदी ने अनुसूचित जातियों, जनजातियों और किसानों के कल्याण की चर्चा की और चुने हुए प्रतिनिधियों से लोगों को खेती में आत्मनिर्भर बनाने के लिए शिक्षित करने को कहा।
इसके साथ ही मनरेगा के फंड को अप्रैल तक इस्तेमाल करने के लिये कहा ताकि मई और जून में बारिस से संबंधित काम ही रह जाए।
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Source : News Nation Bureau