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PM मोदी के जन्मदिन पर इस अस्पताल में पैदा हुए बच्चों को दी जाएंगी गोल्ड रिंग्स

तमिलनाडु बीजेपी ने चेन्नई में RSRM अस्पताल की पहचान की और 17 सितंबर को अस्पताल में पैदा हुए सभी बच्चों को 2 ग्राम सोने की अंगूठी दी जाएगी.

Updated on: 17 Sep 2022, 07:34 AM

चेन्नई:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi Birthday) के जन्मदिन के एवज में शनिवार 17 सितंबर को तमिलनाडु भारतीय जनता पार्टी (BJP) चेन्नई के एक अस्पताल में उसी दिन जन्म लेने वाले बच्चों को सोने की अंगूठियां (Gold rings) गिफ्ट करेगी. प्रत्येक अंगूठी में 2 ग्राम सोना होगा और इसकी कीमत 5,000 रुपये होने की उम्मीद है. केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन, डेयरी और सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन ने दिल्ली में इस योजना के बारे में बात की. तमिलनाडु बीजेपी ने चेन्नई में RSRM अस्पताल की पहचान की और 17 सितंबर को अस्पताल में पैदा हुए सभी बच्चों को 2 ग्राम सोने की अंगूठी दी जाएगी. इसके अलावा, जैसे ही पीएम मोदी 72 वर्ष के हो रहे हैं, कोलाथुर निर्वाचन क्षेत्र में 720 किलोग्राम मछली वितरित की जाएगी, जो कि सीएम एमके स्टालिन का निर्वाचन क्षेत्र भी है. मछली वितरण प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत होगा जो लोगों को मछली खाने के लिए प्रोत्साहित करती है. 

द्रमुक की प्रतिक्रिया

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए द्रमुक के प्रवक्ता ए. सरवनन ने कहा, 'हम पीएम मोदी को जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देते हैं. उन्होंने जान लिया है कि आखिर वे फ्रीबीज नहीं हैं. आप इसे देकर लोगों को सशक्त बनाने की कोशिश कर रहे हैं और उनका जीवन उत्थान होगा. जिस भी कारण से इस विचार को बढ़ावा मिला है, हम उसका स्वागत करते हैं." उन्होंने आगे कहा, “भाजपा अब समझ जाएगी कि किसी भी कल्याणकारी उपाय का मूल्यह्रास नहीं करना और उस पर खराब मुहर लगाना आवश्यक है. पीएम ने उपदेश दिया कि यह उचित नहीं है और यह अर्थव्यवस्था को नीचे लाएगा. यह एक चुनावी हथकंडा है और मुफ्त के खिलाफ स्टैंड काम नहीं करेगा. उन्होंने इसके बारे में बात करना बंद कर दिया है और इसमें लिप्त है. हम इसका स्वागत करते हैं."

कांग्रेस विधायक प्रतिक्रिया

कांग्रेस विधायक विजयधरणी ने चेन्नई के एक अस्पताल में पीएम मोदी के जन्मदिन पर पैदा हुए बच्चों को सोने की अंगूठी देने के भाजपा के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “जहां तक ​​भाजपा की योजना का सवाल है, यहां एक मामला यह है कि बीजेपी ने यह मान लिया है कि मुफ्त नहीं देना है. अर्थव्यवस्था की मदद करें, किसी की भी मदद करें. इसलिए, उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को शैक्षिक सामग्री या सहायता के वितरण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए था. भाजपा तमिलनाडु में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस विधायक ने कहा, “महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रदान की जाने वाली चीजें गरीब से गरीब व्यक्ति तक पहुंचनी चाहिए.  सवाल यह है कि यह विज्ञापन है या प्रचार. अगर वे कहते हैं कि अन्य पार्टियां मुफ्त में क्या प्रदान करती हैं, तो उन्हें इसे भी फ्रीबी कहना चाहिए. अगर ये चीजें सही लोगों तक पहुंच रही हैं, तो यह कोई मुद्दा नहीं है. ”