काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में इस साल गैंडों के अवैध शिकार के पहले मामले के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भविष्य में ऐसे मामलों को टालने के लिए सुरक्षा उपायों की समीक्ष की। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। सरमा ने रविवार को ब्रह्मपुत्र के तट पर काजीरंगा में संवेदनशील क्षेत्रों का दौरा किया और वन रक्षकों के साथ बातचीत की।
उन्होंने अवैध शिकार पर रोक लगाने के लिए काजीरंगा के विभिन्न शिविरों में सुरक्षा उपायों का जायजा लिया।
ब्रह्मपुत्र में एक कथित गैंडा शिकारी का शव मिलने के दो दिन बाद मुख्यमंत्री का दौरा हुआ है, जो पहले पुलिस हिरासत से भाग गया था।
असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा नागांव के बटाद्रावा इलाके में 14 अप्रैल को चार गैंडा शिकारियों का पीछा किया था। इनमें से तीन भाग गए, जबकि चौथे को पकड़ लिया गया।
उसकी पहचान सैदुल इस्लाम के रूप में हुई। उसके पास से 750 ग्राम गैंडे का सींग बरामद किया गया।
गैंडे के शव को खोजने के लिए काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के बागोरी क्षेत्र में ले जाए जाने के दौरान सैदुल इस्लाम पुलिस की गिरफ्त से भाग गया।
वह नौगांव के लाहौरीघाट का रहने वाला था। उसकी मौत का कोई अतिरिक्त विवरण नहीं मिला है।
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Source : IANS