बिहार के दो जिलों सासाराम और नालंदा में हिंसा के बाद काफी तनावपूर्ण माहौल है। इस पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार को कहा कि नालंदा में दो लोगों की मौत पुलिस या मुस्लिम समुदाय के लोगों की गोली से हुई है।
सिंह ने कहा, अत्याचार का सामना हिन्दू समाज के लोग कर रहे हैं। वे या तो पुलिस की गोली से मारे जा रहे हैं या मुस्लिम समुदाय के लोगों की फायरिंग से, लेकिन मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि तीसरी ताकत दंगे में शामिल है।
सिंह ने कहा, नालंदा और सासाराम में हिंदू समुदाय के लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। शनिवार की रात नालंदा में भी हिंसा हुई थी। कोई पुलिस नहीं है। नीतीश कुमार को हमें बताना चाहिए कि क्या वह केवल मुस्लिमों के मुख्यमंत्री हैं।
सिंह ने कहा, बिहार पश्चिम बंगाल की राह पर चल रहा है। मुख्यमंत्री को नहीं पता कि बिहार में हर साल रामनवमी मार्च होता है। कैसे घरों की छतों पर पत्थर और ईंटें इकट्ठी हो गईं। ये किसने किया? सरकार की बुद्धि कहां थी? नीतीश कुमार कह रहे हैं कि कुछ लोगों ने सोची समझी साजिश रची है। पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की।
इस बीच, जदयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का सासाराम में धारा 144 लगाने का दावा झूठा है। भाजपा दावा कर रही है कि बम भाजपा सदस्यों पर फटा। मैं बीजेपी से उनका नाम, जाति गोत्र, पता और मोबाइल नंबर जारी करने का आह्वान करता हूं। क्या आप बिहार में कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं? क्या आप एक अवसर की तलाश में हैं? बिहार की 13 करोड़ जनता को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है।
कुमार ने कहा, नीतीश कुमार ने राज्य की कानून व्यवस्था को नियंत्रित किया है और केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) इसका गवाह है। आप डिजिटल इंडिया के गृह मंत्री हैं और आपको डेटा के बारे में पता होना चाहिए और फिर हम पर आरोप लगाना चाहिए। जनता आपके हर सवाल का जवाब देगी और हम इसके लिए हमेशा तैयार हैं।
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Source : IANS