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BJP नेता की शिकायत पर 200 किसानों के खिलाफ FIR दर्ज, Video से खोज रही पुलिस

गाजीपुर बॉर्डर पर मंगलवार को किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हई थी. विवाद के बाद बीजेपी नेता ने पुलिस में अब तक भारतीय किसान यूनियन के 200 अज्ञात कार्यकर्ताओं पर एफआईआर (FIR) दर्ज करवाई है.

Updated on: 01 Jul 2021, 05:40 PM

highlights

  • बीजेपी नेता की शिकायत पर 200 किसानों पर एफआईआर दर्ज
  • 'भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने गाड़ियों में तोड़फोड़ की'
  • मंगलवार को गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों और बीजेपी नेता के बीच विवाद हुआ था

 

 

 

 

 

नई दिल्ली:

गाजीपुर बॉर्डर पर मंगलवार को किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हई थी. विवाद के बाद बीजेपी नेता ने पुलिस में अब तक भारतीय किसान यूनियन के 200 अज्ञात कार्यकर्ताओं पर एफआईआर (FIR) दर्ज करवाई है. पुलिस मे इन सब अज्ञात किसानों के खिलाफ आईपीसी (IPC) की धारा 147, 148, 223, 352, 427 और 506 के तहत केस दर्ज किया गया है. बता दें कि मामले में कौशांबी पुलिस थाने में बीजेपी के जनरल सेक्रटरी अमित वाल्मिकी ने शिकायत दर्ज करवाई है, जिनके स्वागत के दौरान ही यह हंगामा हुआ था. 

पुलिस को दी अपनी शिकायत में बीजेपी नेता ने आरोप लगाया है कि उनके स्वागत समारोह के दौरान भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने गाड़ियों में तोड़फोड़ की और जातिसूचक शब्दों को इस्तेमाल किया. वहीं, किसान संगठनों ने इस मामले पर कहा कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 7 महीनों से चल रहे उनके शांतिपूर्ण आंदोलन को बदनाम करने के लिए भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस ने यह पूरी साजिश रची है.

दरअसल, बुधवार (जून 30, 2021) को बीजेपी कार्यकर्ता अपने नेता अमित बाल्मीकि का स्वागत करने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पर पहुँचे थे. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं की वहाँ कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे ‘किसानों’ के साथ झड़प हो गई. इसके बाद दोनों ओर से डंडे चलने लगे. किसान अधिक थे, इसलिए वह भारी पड़े और बीजेपी कार्यकर्ताओं को भागना पड़ा. अब इस मामले में बीजेपी नेता अमित बाल्मीकि की शिकायत पर 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ कौशाम्बी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि झड़प के दौरान पुलिस ने वीडियो भी बनाया था, जिसके आधार पर आरोपितों की शिनाख्त की जा रही है.

इस झड़प पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि बीजेपी के लोग जानबूझकर हमारे मंच पर आ गए थे, अगर मंच पर आना है तो बीजेपी छोड़कर आओ, लेकिन यह दिखाना कि हमने गाजीपुर के मंच पर बीजेपी का झंडा फहरा कर कब्जा कर लिया, यह गलत है, ऐसे लोगों के बक्कल उधेड़ दिया जाएगा, प्रदेश में फिर कहीं भी नहीं जा सकते हैं, याद रख लेना. राकेश टिकैत ने कहा था कि अगर मंच पर झंडा लगाकर कब्जा करेंगे तो उनका इलाज करेंगे, हां मैं धमकी दे रहा हूं, मंच पर कब्जा करके किसी का स्वागत करेंगे, पुलिस की मौजूदगी में बीजेपी के लोग मंच पर कब्जा करना चाहते थे, अगर मंच इतना प्यारा है तो इस आंदोलन में शामिल हो जाओ, ऐसी बीमारी क्यों है.