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गाजीपुर बॉर्डर : किसानों ने टी-शर्ट लॉन्च की, लिखा है- 'जिंदा है तो दिल्ली आ जा'

गाजीपुर बॉर्डर आंदोलन कमेटी के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने आईएएनएस से कहा, "ये टी-शर्ट एक निजी संस्थान ने बनवाई है. टी-शर्ट पर लिखी पंक्तियां प्रसिद्ध कवि बल्ली सिंह चीमा की एक कविता से ली गई हैं.

Updated on: 15 Mar 2021, 10:48 PM

highlights

  • किसान नेताओं ने युवाओं से सर्मथन का आह्वान करते हुए टी-शर्ट लॉन्च की है
  • "जिंदा है तो दिल्ली आजा, संघर्षो में शामिल हो जा."
  • गाजीपुर बॉर्डर के दिल्‍ली से गाजियाबाद जाने वाले रास्‍ते को वाहनों के लिए खोल दिया गया है.

नई दिल्ली :

तीन नए कृषि कानून के खिलाफ यहां 110 दिनों को आंदोलन कर रहे किसान नेताओं ने युवाओं से सर्मथन का आह्वान करते हुए टी-शर्ट लॉन्च की है, जिस पर लिखा है, "जिंदा है तो दिल्ली आजा, संघर्षो में शामिल हो जा." किसान नेताओं ने बताया कि 23 मार्च को सरदार भगत सिंह और क्रांतिकारी कवि अवतार सिंह 'पाश' के शहादत दिवस पर हजारों की संख्या में नौजवान आंदोलन में शामिल होंगे. उससे पहले, आंदोलन स्थल पर अनशन कर रहे किसानों को पहनाकर उनसे टी-शर्ट लॉन्च कराया गया.

गाजीपुर बॉर्डर आंदोलन कमेटी के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने कहा, "ये टी-शर्ट एक निजी संस्थान ने बनवाई है. टी-शर्ट पर लिखी पंक्तियां प्रसिद्ध कवि बल्ली सिंह चीमा की एक कविता से ली गई हैं. फिलहाल एक हजार टी-शर्ट बनवाई गई हैं. आगामी दिनों में एक लाख टी-शर्ट तैयार करवाने की योजना है. ये टी-शर्ट दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर आंदोलन कर कर रहे किसानों तक पहुंचाई जाएंगी."

बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से लाए गए 3 कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध करते हुए किसानों को साढ़े तीन महीने से अधिक समय हो गया है. ये किसान (Farmers Protest) दिल्‍ली की सीमाओं पर डटे हैं. इनमें टीकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर प्रमुख हैं. इस बीच दिल्‍ली पुलिस ने सोमवार को जानकारी दी है कि किसान आंदोलन के कारण बंद किए गए गाजीपुर बॉर्डर के दिल्‍ली से गाजियाबाद जाने वाले रास्‍ते को वाहनों के लिए खोल दिया गया है. दिल्‍ली पुलिस की ओर से कहा गया है कि कानून व्‍यवस्‍था की स्थिति और आम लोगों की सहूलियत को देखते हुए दिल्‍ली से गाजियाबाद जाने वाले गाजीपुर बॉर्डर के कैरिजवे को खोल दिया गया है.

दिल्‍ली पुलिस के अनुसार ये फैसला गाजियाबाद जिला प्रशासन से विचार विमर्श के बाद लिया गया है. वहीं सोमवार को इस रास्‍ते के खुल जाने से आम लोगों को गाजियाबाद की ओर जाने में काफी सहूलियत हुई. सुबह से ही इस रास्‍ते पर वाहन दिखने लगे थे. इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रविवार को प्रयागराज में कहा है कि भारतीय किसान यूनियन की अगुवाई में चल रहे किसान आंदोलन के इस साल दिसंबर तक चलने की संभावना है.