जनरल रावत ने कहा, DRDO केमिकल, बायोलॉजिकल हथियारों से बचने की तकनीकी करे विकसित

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर हथियारों का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि ये खतरा आतंकियों से अधिक है।

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर हथियारों का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि ये खतरा आतंकियों से अधिक है।

author-image
pradeep tripathi
एडिट
New Update
जनरल रावत ने कहा, DRDO केमिकल, बायोलॉजिकल हथियारों से बचने की तकनीकी करे विकसित

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर हथियारों का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि ये खतरा आतंकियों से अधिक है।

Advertisment

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि डीआरडीओ के इस दिशा में काम करना चाहिये और ऐसी तकनीक विकसित करनी चाहिये ताकि ऐसे हथियारों से निपटा जा सके।

रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाला डीआरडीओ देश की रक्षा तकनीकी के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था है। इसने सेना के लिये कई स्टेट ऑफ आर्ट हथियार विकसित किये हैं।

केमिकल हथियारों के आतंकियों के हाथों में जाने के खतरे को देखते हुए सेना चाहती है कि डीआरडीओ इस दिशा में काम करे।

और पढ़ें: अंतरिक्ष में ISRO की 100वीं छलांग, 31 सेटेलाइट का सफल प्रक्षेपण

Source : News Nation Bureau

DRDO Army Chief General Bipin Rawat
Advertisment