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वित्त वर्ष 2017ः चौथी तिमाही में 6.1% की दर से बढ़ी जीडीपी

2016-17 की अंतिम और चौथी तिमाही जनवरी से मार्च के दौरान जीडीपी ग्रोथ मात्र 6.1 फीसदी तक ही पहुंच पाई।

Updated on: 31 May 2017, 06:26 PM

नई दिल्ली:

नोटबंदी के कारण जीडीपी समेत देश के 8 कोर सेक्टर्स में गिरावट देखने को मिली है। केंद्र सरकार की ओर से बुधवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2016-17 में देश की विकास दर 7.1 पर्सेंट रही।

2016-17 की अंतिम और चौथी तिमाही जनवरी से मार्च के दौरान जीडीपी ग्रोथ मात्र 6.1 फीसदी तक ही पहुंच पाई। 2015-16 की तुलना में यह दर 0.8 प्रतिशत की गिरावट है। पिछले साल यह आंकड़ा 7.9 पर्सेंट था।

8 कोर सेक्टर्स की ग्रोथ भी पिछले साल 8.7 प्रतिशत था जबकि इस साल 2.5 फीसदी पर आकर रुक गई। सबसे तेज गिरावट कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में देखने को मिली है।

बीते साल यह आंकड़ा 6 फीसदी था, जबकि इस साल -3.7 पर्सेंट की बड़ी गिरावट देखने को मिली है। वहीं, मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ 5.1 फीसदी रही है। विशेषज्ञों की मानें तो नोटबंदी के कारण देश के विकास दर में यह बड़ी गिरावट आई है।

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