Advertisment

दिल्ली पुलिस को 7 संदिग्ध आतंकियों की 10 दिन की रिमांड मिली

दिल्ली पुलिस को 7 संदिग्ध आतंकियों की 10 दिन की रिमांड मिली

author-image
IANS
New Update
Gavel

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

दिल्ली की एक अदालत ने आगामी त्योहारी सीजन के दौरान देश में आतंकवादी हमले की साजिश रचने के आरोपी सात संदिग्धों को 10 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के अनुसार, अदालत ने सभी सात संदिग्धों- जान मोहम्मद शेख, ओसामा, मूलचंद, जीशान कमर, मोहम्मद अबू बकर और मोहम्मद आमिर जावेद को 10 दिन की रिमांड पर दे दिया। दिल्ली पुलिस, जबकि ओसामा के चाचा हुमैद-उर-रहमान को बाद में प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया था।

इससे पहले, अदालत ने 15 सितंबर को दिल्ली पुलिस को सभी आरोपियों की 14 दिन की हिरासत दी थी जो बुधवार को खत्म हो गई।

स्पेशल सेल ने पाकिस्तान स्थित एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था और दो लोगों - जीशान और ओसामा सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया था, जिन्हें पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) द्वारा प्रशिक्षित किया गया था।

दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम द्वारा संचालित पूरे ऑपरेशन के साथ सीमा पार से आतंकी ऑपरेशन को बारीकी से समन्वित किया गया था।

15 सितंबर के बाद से आतंकी संदिग्धों से लगातार पूछताछ के बाद कई अहम बातें सामने आई हैं।

आईएसआई ने देश में बड़े पैमाने पर हताहत करने के लिए भारत में पुलों और रेलवे पटरियों को उड़ाने के लिए दो आतंकवादियों को प्रशिक्षित किया था।

दोनों को अधिक यात्रियों के साथ ट्रेनों के समय और मार्गों का विवरण हासिल करने के लिए भी कहा गया ताकि विस्फोटों में बड़ी संख्या में लोग हताहत हो सकें।

स्पेशल सेल द्वारा पकड़े जाने पर आतंकियों के पास से कुल 1.5 किलो आरडीएक्स बरामद किया गया। सूत्रों ने कहा कि आरडीएक्स की यह राशि बड़े पैमाने पर तबाही मचाने के लिए काफी थी।

18 सितंबर को ओसामा के चाचा हुमैद-उर-रहमान ने प्रयागराज में उत्तर प्रदेश पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। आरोप है कि रहमान भारत में पूरे आतंकी नेटवर्क को कोऑर्डिनेट कर रहा था।

जांच की जानकारी रखने वाले एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा था कि यह हुमैद था जिसने ओसामा और जीशान कमर को पाकिस्तान में प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए ओमान के मस्कट भेजा था।

एक बार जब वे मस्कट पहुंचे, तो आईएसआई उन्हें विस्फोटक बनाने में प्रशिक्षित करने के लिए समुद्री मार्ग से ग्वादर बंदरगाह ले गया।

ओसामा और जीशान को तब बम और आईईडी बनाने और दैनिक उपयोग की वस्तुओं की मदद से आगजनी करने का प्रशिक्षण दिया गया था। उन्हें छोटी आग्नेयास्त्रों और एके-47 को संभालने और उपयोग करने का भी प्रशिक्षण दिया गया था।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment