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गरुड़ कमांडोज ने 'शहीद' की बहन को दी ऐसी विदाई, जानकर आपकी भी आंखें हो जाएंगी नम

शहीद निराला के साथियों ने इस शादी के लिए 5 लाख रूपए इकट्ठा किए थे. उनके साथियों का कहना था कि यह उनके साथी कमांडो के लिए मित्रों और सहकर्मियों की ओर से श्रद्धांजलि थी.

Updated on: 14 Jun 2019, 06:10 PM

highlights

  • शहीद की बहन की शादी में पहुंचे जवानों भाई की रस्म निभाई
  • निराला अपने परिवार के इकलौते कमाने वाले शख्स थे
  • 4 बहनों में दूसरी बहन की शादी जवानों ने खुद की 

नई दिल्ली:

पिछले सप्ताह शहीद जवान कार्पोरल जवान ज्योति प्रकाश निराला की बहन की शादी की है जो कि पटना में हुई थी. इस शादी में सबसे दिलचस्प बात यह थी कि निराला के परिवार में उनकी शहादत के बाद कोई भी सदस्य कमाने वाला नहीं था फिर भी यह शादी बड़े धूमधाम से की गई. इस शादी में निराला के सहकर्मियों ने मिलकर सारा खर्च उठाया और समाज के सामने एक मिसाल पेश की अगर कोई खुद को देश के लिए कुर्बान कर देता है तो उस उसकी शहादत बेकार नहीं जाती. यह शादी निराला के साथी कमांडोज ने मिलकर की शहीद निराला के साथियों ने इस शादी के लिए 5 लाख रूपए इकट्ठा किए थे. उनके साथियों का कहना था कि यह उनके साथी कमांडो के लिए मित्रों और सहकर्मियों की ओर से श्रद्धांजलि थी.

साल 2017 में भारतीय वायुसेना (IAF) के गरुड़ कमांडो के शहीद कार्पोरेल ज्योति प्रकाश निराला ने कश्मीर में जकीउर्र रहमान के भतीजे सहित लश्कर के 5 आतंकियों को मार गिराया था और अंत में छठें आतंकी से लड़ते हुए शहीद हो गए थे हालांकि सेना ने इस ऑपरेशन में सभी 6 आतंकियों को मार गिराया था. अपने अदम्य पराक्रम से 31 वर्षीय जवान से देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया था. लेकिन इस लड़ाई में निराला जैसा जवान खो दिया. निराला अपने परिवार में अकेले ही कमाने वाले व्यक्ति थे इस वजह से उनके परिवार को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन जब बात बहनों की शादी की आई तब साथी जवानों ने आगे बढ़कर इस जिम्मेदारी को अपने कंधों पर ले लिया. यह निराला की चार बहनों में से दूसरी बहन की शादी थी. गरुड़ कमांडो की यूनिट के हर एक अधिकारी और उनके सब ऑर्डिनेट्स ने आपस में चंदा करके ₹5 लाख रुपये इकट्ठा किया और शहीद की बहन को अपनी बहन समझकर आयोजन में पूरा सहयोग किया और शादी में शामिल भी हुए

जब समय आया उसे विदा करने का तो सभी कमांडो ने अपने हाथ की हथेलियों से रास्ता बना कर बहन को उसके ऊपर से गुजारा और यह बताया कि एक भाई संसार से चला गया है लेकिन पीछे अनेकों भाई एक साथ परिवार को सम्भाले खड़े हैं. यह अद्भुत दृश्य था अनोखे रिश्तों को निभाने का. इस शादी में शहीद निराला के कई मित्र मौजूद थे जो देश के विभिन्न भागों में तैनात हैं कार्पोरल निराला की बहन की विदाई के समय शहीद के सभी दोस्तों की आंखे नम थीं हर कोई भावनाओं से भरा हुआ था जब विदाई होने लगी तब गरुड़ कमांडोज ने अपने हाथ आगे कर बहन की विदाई में भाई के रस्म को पूरा किया जिसे देखकर हर कोई भारतीय सेना पर गर्वान्वित हुआ. ऐसी भावभीनी विदाई के लिए वहां मौजूद सभी लोगों ने जवानों को सलाम किया.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वर्गीय गरुड़ कमांडो निराला को उनके मरणोपरांत उनके शौर्य के लिए देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजते हुए उन्हें अशोक चक्र देकर सम्मानित किया.