logo-image

लॉकडाउन में पहले से ज्यादा साफ हो गई गंगा, ऑक्सीजन का स्तर भी बढ़ा

लॉकडाउन का सबसे ज्यादा फायदा राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन को हुआ है. गंगा पहले से काफी ज्यादा स्वच्छ हो गई है.

Updated on: 27 Apr 2020, 10:53 AM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते देशभर में लागू लॉकडाउन लागू है. इस लॉकडाउन से गंगा नदी (Ganga River) पहले से अधिक साफ हो गई है. पानी में घुलनशील ऑक्सीजन की मात्रा भी बढ़ गई है. कई जगहों पर गंगा का पानी पीने लायक पहुंच गया है. राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा ने यह जानकारी दी है.

यह भी पढ़ेंः Coronavirus (Covid-19): कर्मचारी तैयार रहें, जुलाई तक घर से करना पड़ सकता है काम, जानें वजह

उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के बाद से ही विभिन्न राज्यों और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के साथ बैठक की. इसमें गंगा में पानी की गुणवत्ता को लेकर निगरानी रखी गई. लॉकडाउन के बाद से अब तक कई बार विभिन्न स्थानों से सैंपल एकत्रित किए गए. इसके आधार पर पता लगा कि गंगा पहले के कहीं ज्यादा साफ हो गई है. गंगा नदी के जल में अनेक स्थानों पर घुलनशील ऑक्सीजन का स्तर काफी बढ़ गया है जो जल के साफ होने का स्पष्ट संकेत है.

यह भी पढ़ेंः COVID-19 दिल्ली पुलिस का यह रूप है चौंकाने वाला, पुलिस जिप्सी में दूल्हा-दुल्हन

राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि लॉकडाउन के बाद गंगा की स्थिति काफी अच्छी हुई है. कई स्थानों पर नदी के जल में जैविक ऑक्सीजन मांग (बीओडी) का स्तर पहले की तुलना में कम हुआ है. जल में घुलनशील ऑक्सीजन का स्तर 5 मिलीग्राम/लीटर से अधिक होना चाहिए और बीओडी का स्तर 3 मिलीग्राम/लीटर से कम होना चाहिए. इन दोनों मानकों पर गंगा नदी के जल की गुणवत्ता पहले से बेहतर हुई है.

यह भी पढ़ेंः Coronavirus (Covid-19) : महाराष्ट्र में कोरोना का कोहराम, मध्य प्रदेश में 24 घंटें में कोई केस नहीं

36 में से 27 स्थानों पर स्थिति बेहतर
गंगा की स्थिति लगातार अच्छी हो रही है. गंगा नदी के विभिन्न बिन्दुओं पर स्थित 36 मॉनिटरिंग यूनिट्स में करीब 27 पॉइंट पर पानी की गुणवत्ता नहाने और वन्यजीव तथा मछली पालन के अनुकूल पाई गई.