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हिंदुत्ववादी ने गांधी जी को मारी थी गोली, बापू की पुण्यतिथि पर राहुल का ट्वीट

राहुल गांधी हमेशा से हिंदुत्ववाद को लेकर हमलावर रहे हैं. वह आए दिन बीजेपी और आरएसएस पर हमला करते रहे हैं.

Updated on: 30 Jan 2022, 10:29 AM

highlights

  • 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने की थी महात्मा गांधी की हत्या
  • इस साल पूरा देश गांधी जी की 74वीं पुण्यतिथि मना रहा है
  • राहुल ने हिंदुत्व को लेकर ट्वीट कर सियासी माहौल को गरमाया

दिल्ली:

Rahul Gandhi Tweet on Hindutva : आज पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की 74वीं पुण्यतिथि मना रहा है, लेकिन इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने हिंदुत्व (Hindutva) को लेकर एक ट्वीट (Tweet) किया है जिसने फिर से सियासी माहौल को गरमा दिया है. राहुल ने ट्वीट करते हुए महात्मा गांधी को किया है और हिंदुत्व को लेकर निशाना साधा है. राहुल ने पोस्ट में लिखा है, 'एक हिंदुत्ववादी ने गांधी जी को गोली मारी थी. सब हिंदुत्ववादियों को लगता है कि गांधी जी नहीं रहे. जहां सत्य है, वहां आज भी बापू ज़िंदा हैं! इससे पहले भी राहुल गांधी हिंदुत्ववाद को लेकर हमलावर रहे हैं और बीजेपी पर निशाना साधते रहे हैं. इससे पहले पिछले साल नवंबर महीने में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हिन्दुत्व के मुद्दे पर बीजेपी और आरएसएस पर बड़ा हमला बोला था. राहुल ने कहा था कि हम हिन्दू हैं, हमें हिन्दुत्व की जरूरत नहीं है.

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हिंदुत्व को लकेर हमेशा से हमलावर रहे हैं राहुल

राहुल गांधी हमेशा से हिंदुत्ववाद को लेकर हमलावर रहे हैं. वह आए दिन बीजेपी और आरएसएस पर हमला करते रहे हैं. इसन पहले राहुल ने कहा कि देश की राजनीति में आज दो शब्दों की टक्कर है. दो अलग शब्दों की. इनके मतलब अलग हैं. एक शब्द हिंदू दूसरा शब्द हिंदुत्ववादी. यह एक चीज नहीं है. ये दो अलग शब्द हैं. इनका मतलब बिलकुल अलग है. मैं हिंदू हूं, मगर हिंदुत्ववादी नहीं हूं. 

30 जनवरी को मनाया जाता है शहीदी दिवस

साल 1948 में आज के दिन ही यानी 30 जनवरी के दिन ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 30 जनवरी को पूरे देश में उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. यह दिन महात्मा गांधी की हत्या का भी प्रतीक है. 30 जनवरी 1948 को यह दिन राष्ट्र का सबसे दुखद दिन था क्योंकि गांधी जी की हत्या नाथूराम गोडसे ने बिड़ला हाउस में शाम की प्रार्थना के दौरान की थी. गांधी जी की मृत्यु के बाद भारत सरकार ने 30 जनवरी को शहीद दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी.