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G20 Summit 2023: जो बाइडेन के बाद अब दुनिया के इस ताकतवर नेता ने की भारत की तारीफ, जानें क्या कहा

G20 Summit 2023: देश में जी-20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद से भारत सरकार की चारों तरफ तारीफ हो रही है...अमेरिकी राष्ट्रपति के बाद अब इस ताकतवर नेता नें भारत की खुली तारीफ की है

Updated on: 11 Sep 2023, 10:12 AM

New Delhi:

G20 Summit 2023:  नई दिल्ली में 20 देशों और यूरोपियन यूनियन के समूह जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए विदेशी राष्ट्राध्यक्ष भारत की खुल कर तारीफ कर रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बाद आज ब्राज़ील के राष्ट्रपति, लुइज़ इनासियो लूला डी सिल्वा ने भारत की तारीफों के पुल बांधे हैं. भारत में जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान ब्राज़ील के राष्ट्रपति, लुइज़ इनासियो लूला डी सिल्वा ने कहा कि मैं शिखर सम्मेलन को असाधारण ढंग से आयोजित करने के लिए भारत को बधाई देना चाहता हूं.

ब्राज़ील के पास अगले साल जी 20 की मेज़बानी है. हम ब्राज़ील के कई शहरों का उपयोग वहां बड़ी संख्या में कार्यक्रम आयोजित करने के लिए करना चाहते हैं. मुझे नहीं पता कि राष्ट्रपति पुतिन और शी जिनपिंग ने यहां भाग क्यों नहीं लिया लेकिन मैं उन्हें आमंत्रित करूंगा और मुझे उम्मीद है कि वे ब्राजील आएंगे और शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. मुझे आशा है कि जब हम ब्राज़ील में शिखर सम्मेलन करेंगे, तब तक युद्ध समाप्त हो चुका होगा और हम सामान्य समय में वापस आ चुके होंगे..." ब्राज़ील के राष्ट्रपति, लुइज़ इनासियो लूला डी सिल्वा ने आगे कहा कि अगले साल जी 20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करना ब्राजील के लिए एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. हम शिखर सम्मेलन के दौरान असमानता के मुद्दे को मुख्य मुद्दे के रूप में रखेंगे...स्वच्छ ऊर्जा के उत्पादन में ब्राज़ील में असाधारण क्षमता है. हम बहुपक्षीय संस्थानों के सुधार पर भी चर्चा करने जा रहे हैं. हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता पर भी चर्चा करना चाहते हैं..."

आपको बता दें कि देश की राजधानी नई दिल्ली में 9 व 10 सितंबर को जी-20 सम्मेलन का सफल आयोजन हुई है. सम्मेलन में 30 से ज्यादा देशों के राष्ट्राध्यक्ष व प्रतिनिधियों के अलावा कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को पदाधिकारियों ने भाग लिया. इस दौरान भारत नई दिल्ली घोषणा पत्र जारी करने में सफल हुआ. क्योंकि रूस-यूक्रेन वॉर के चलते दुनिया करीब-करीब दो खेमों में बंटी हुई है. ऐसे में दोनों खेमों को एक मंच पर लाकर एक घोषणा पत्र पर राजी करना पड़ी बात मानी जाही है.