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G20 की अध्यक्षता भारत के लिए सम्मान की बात, सभी पार्टियों को लेकर चलेंगे साथ: PM Modi

G20 Presidency honour for India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई. ये बैठक भारत को जी20 की अध्यक्षता मिलने के बाद हुई है. सर्वदलीय बैठक में तमाम बातें जी20 की अध्यक्षता के इर्द-गिर्द ही हुई...

Updated on: 06 Dec 2022, 07:38 AM

highlights

  • जी20 की अध्यक्षता को लेकर सर्वदलीय बैठक
  • राष्ट्रपति भवन में आयोजित बैठक में पहुंचे शीर्ष नेता
  • पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने भी रखी अपनी बात

नई दिल्ली:

G20 Presidency honour for India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई. ये बैठक भारत को जी20 की अध्यक्षता मिलने के बाद हुई है. सर्वदलीय बैठक में तमाम बातें जी20 की अध्यक्षता के इर्द-गिर्द ही हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि जी20 की अध्यक्षता मिलना भारत के लिए सम्मान की बात है. हमारे देश के सभी राजनीतिक दल इसमें सहभागी हैं. मैं उनसे सहयोग का आह्वान करता हूं. प्रधानमंत्री ने कहा कि कभी दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु तक ही हिंदुस्तान को सीमित समझा जाता था. लेकिन अब समय बदल चुका है. मैं जी20 को लेकर तमाम आयोजनों में आम जनों की भागीदारी बढ़ाने के लिए सभी दलों के नेताओं से आह्वान करता हूं कि वो आम जन-मानस को भी जी20 से जुड़े इवेंट्स में भाग लेने के लिए प्रेरित करें.

प्रधानमंत्री ने बताई जी20 की अहमियत

भारत 1 दिसंबर से आधिकारिक तौर पर जी20 देशों का अध्यक्ष बना है. ये सर्वदीलय बैठक राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) में आयोजित की गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक को लेकर सरकार के नजरिये पर बात की. इस बैठक में तमाम मुद्दों की अगुवाई सरकार की तरफ से गृहमंत्री अमित शाह ने की. इसकी शुरुआत में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार की तरफ से बात रखी और जी20 को लेकर सरकार की तैयारियों पर विदेश सचिव ने प्रेजेंटेशन भी दिया. प्रधानमंत्री ने बैठक के दौरान जी20 की अध्यक्षता की अहमियत को भी सामने रखा.

ये शीर्ष नेता बैठक में रहे मौजूद

जी20 को लेकर हुए इस सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे (Congress President Mallikarjun Kharge), पश्चिम बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee), दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal), तमिल नाडु के मुख्य मंत्री एमके स्टालिन (Tamil Nadu Chief Minister MK Stalin), ओडिशा के मुख्य मंत्री नवीन पटनायक (Odisha Chief Minister Naveen Patnaik) जैसे धुरंधर मौजूद रहे. इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, वाई एस जगनमोहन रेड्डी, एम के स्टालिन, ममता बनर्जी, जेपी नड्डा और एन चंद्रबाबू नायडू ने भी अपनी बात रखी.