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G20: महानगरों के साथ देश के इन शहरों में बैठक की तैयारी, ऐतिहासिक स्थानों को चुना  

पर्यटन मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों की माने तो बैठकों के लिए ऐतिहासिक स्थलों का चयन करने पर विचार है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस संबंध में ये बैठकें विभिन्न राज्यों में देश की 55 जगहों परे आयोजित करने की योजना है

Updated on: 17 Oct 2022, 09:23 PM

highlights

  • बैठकें देश की 55 जगहों पर आयोजित करने की योजना 
  • महानगरों के साथ कई राज्यों के पर्यटन स्थलों को चुना जाएगा
  • करीब 200 से अधिक बैठकें आयोजित होने की उम्मीद की

नई दिल्ली:

अगले वर्ष 2023 में भारत जी-20 के ​वार्षिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है. इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं. पर्यटन मंत्रालय अभी से बैठकों के लिए जगह का चयन करने में जुट गया है. ऐसा बताया जा रहा है ​कि करीब 55 ऐतिहासिक स्थानों पर इन बैठकों की मेजबानी करने की योजना बनाई गई है. इसमें खजुराहो के साथ हम्पी भी शामिल है. पर्यटन मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों की मानें तो बैठकों के लिए ऐतिहासिक स्थलों का चयन करने पर विचार है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस संबंध में ये बैठकें विभिन्न राज्यों में देश की 55 जगहों पर आयोजित करने की योजना है. इसके लिए महानगरों के साथ-साथ कई राज्यों के पर्यटन स्थलों को जगह दी जाएगी. 

भारत इस बार जी-20 की अध्यक्षता करने जा रहा है. करीब 200 से अधिक बैठकें आयोजित होने की उम्मीद की जा रही है. इसका समापन अगले साल नौ से 10 सितंबर तक होगा. पर्यटन अधिकारियों का कहना है कि भारत के छोटे शहरों में भी यह बैठकें होंगी. इससे दुनिया को इन जगहों के महत्व का पता लेगा. इसमें टियर-2 और तीन के शहर भी होंगे. यह जगहें सांस्कृतिक धरोहर के लिहाज से बेहतर होंगी. इन जगहों में कच्छ के साथ सिलीगुड़ी, हम्पी और खजुराहो में भी बैठकें की जाएंगी. 

गौरतलब है कि कर्नाटक में स्थित हम्पी के खंडहर के साथ मध्यप्रदेश के खजुराहो के मंदिर विश्व धरोहरों में शामिल हैं. हालांकि अभी यह निश्चित नहीं है कि कोई बैठक इन धरोहर स्थलों के आसपास होंगी. मगर कुछ कार्यक्रामों को लेकर उन्हें वहां पर ले जाया जा सकता है. ऐसा भी कहा जा रहा है कि इन धरोहरों को दिखाने के लिए भी कार्यक्रम रखे जा सकते हैं.