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बालाकोट में भारत की कार्रवाई को फ्रांस ने बताया बिल्कुल सही, मसूद अजहर के खिलाफ UN में लाएगा प्रस्ताव

भारत में फ्रांस के राजदूत एलेकजेंडर जिंगलर ने कहा, हमारा मानना है कि हम आतंकवाद को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं कर सकते

Updated on: 06 Mar 2019, 11:55 PM

नई दिल्ली:

पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर चौतरफा कूटनीतक दबाव बनाना शुरू कर दिया है. आतंक के पनाहगार के तौर पर मशहूर हो चुके पाकिस्तान में पल रहे आतंक के आका मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करवाने के लिए अब फ्रांस खुलकर भारत के साथ आ गया है. भारत में फ्रांस के राजदूत एलेकजेंडर जिंगलर ने कहा, हमारा मानना है कि हम आतंकवाद को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं कर सकते. इसलिए हां हमलोग (फ्रांस) मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करवाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव लाएगा.

इतना ही नहीं भारत की बालाकोट कार्रवाई को सही ठहराते हुए फ्रांस के राजदूत ने कहा, निश्चित तौर पर सीमा पार से भारत के खिलाफ होने वाली आतंकी वारदातों को रोकने के लिए भारती की कार्रवाई को वैध मानते हैं. फ्रांस के राजदूत ने भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन को छोड़े जाने के फैसला का भी स्वागत किया.

पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी कैंपों पर बम गिराकर उसे पूरी तरह बर्बाद कर दिया. लेकिन देश में सरकार और सेना की इस कार्रवाई का जहां एक तरफ लोगों ने स्वागत किया वहीं विपक्षी दल इस पर सवाल उठाते हुए इसका सबूत मांगने लगे. अब हमले के बाद बालाकोट के उस कैंप की पहली सेटेलाइट तस्वीरें सामने आ गई है जो विरोधियों के लिए करारा जवाब है. गौरतलब है कि 26 फरवरी की रात को भारतीय वायुसेना के करीब 12 मिराज 2000 फाइटर जेट ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के आतंकी कैंप पर एयरस्ट्राइक कर उसे पूरी तरह बर्बाद कर दिया.

जो तस्वीरें सामने आई हैं उसमें साफ तौर पर नजर आ रहा है कि कैंप के इमारत को काफी नुकसान पहुंचा है और जहां बस गिराए गए थे वहां गड्ढा भी हो गया है. एयरफोर्स के इस जवाबी कार्रवाई में करीब 250-300 आतंकी मारे गए. लेकिन वायुसेना के इस कार्रवाई को लेकर देश में ही राजनीति शुरू हो गई और विपक्षी दल सरकार से इसका सबूत मांगने लगे.

अब बालाकोट में एयरस्ट्राइक के बाद जो सेटेलाइट तस्वीर सामने आई है उससे विपक्ष के लिए मुश्किलें बढ़ सकती है. कई विपक्षी दलों के नेता बार-बार सरकार से इस कार्रवाई का सबूत मांग रहे थे और इस पर सवाल उठा रहे थे. आतंकी कैंपों पर  हमले की यह एक्सक्लूसिव तस्वीर देश के सामने सबसे पहले आपके अपने चैनल न्यूज नेशन ने रखा है.

बता दें कि आज ही पाकिस्तान के अधिकृत कश्मीर स्थित बालाकोट में भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) ने एयर स्ट्राइक (Air Strike) से जुड़े सारे दस्तावेज और सबूत केंद्र सरकार को सौंप दिए हैं. इन दस्तावेजों में एयर स्ट्राइक की तस्वीरें भी शामिल हैं. दस्तावेजों के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों पर भारतीय वायुसेना के अधिकतर निशाने सही लगे हैं.

भारतीय वायुसेना (India Airforce) ने केंद्र को एयर स्ट्राइक से संबंधित 12 पेज की रिपोर्ट सौंपी है. रिपोर्ट में वायुसेना ने बालाकोट के उस क्षेत्र की हाई रिजोल्यूलेशन तस्वीरें भी साझा की हैं. हालांकि, ये रिपोर्ट सार्वजनिक होगी या नहीं इसका फैसला सरकार ही लेगी. वायुसेना की रिपोर्ट के अनुसार बालाकोट में उनके 80 प्रतिशत निशाने सही लगे हैं. जिन बमों को जहां दागा गया वह वहां मौजूद बिल्डिंगों के सीधे अंदर गए हैं, यही कारण है कि जो भी तबाही हुई है वह अंदर ही हुई है.