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अहमद पटेल के निधन के बाद पवन बंसल को मिली ये बड़ी जिम्मेदारी, करेंगे ये काम

दिग्गज कांग्रेस नेता अहमद पटेल की मौत के तीन दिन बाद पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने शनिवार को पूर्व रेलमंत्री पवन कुमार बंसल को पार्टी के कोषाध्यक्ष की भूमिका दी. महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा

Updated on: 28 Nov 2020, 08:15 PM

नई दिल्ली:

दिग्गज कांग्रेस नेता अहमद पटेल की मौत के तीन दिन बाद पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने शनिवार को पूर्व रेलमंत्री पवन कुमार बंसल को पार्टी के कोषाध्यक्ष की भूमिका दी. महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा, कांग्रेस अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव से कोषाध्यक्ष के कर्तव्यों का वहन करने के लिए अंतरिम उपाय के रूप में प्रशासन प्रभारी बंसल को पार्टी कोषाध्यक्ष पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी है. गौरतलब है कि 71 वर्षीय अहमद पटेल का बुधवार सुबह कोविड संक्रमण के बाद की समस्याओं के कारण गुरुग्राम के एक अस्पताल में निधन हो गया.

इसके पहले 25 नवंबर को कांग्रेस नेता अहमद पटेल का निधन हो गया. वह एक महीना पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे. कोरोना संक्रमित होने के बाद वह कई दिनों से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. अहमद पटेल के निधन की जानकारी उनके बेटे फैसल पटेल ने ट्वीट कर दी. उनके बेटे फैसल पटेल ने लिखा- बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मेरे पिता अहमद पटेल का निधन 25 नवंबर को सुबह 3.30 बजे हो गया. करीब महीने भर पहले वह कोरोना से संक्रमित पाए गए थे. सके बाद से उनकी हालत बिगड़ती गई और शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया. 

आपको बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले पवन बंसल चंडीगढ़ की लोकसभा सीट लगातार 4 बार जीतकर संसद पहुंचे थे. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी नेता और अभिनेता अनुपम खेर की पत्नी किरण खेर के हाथों शिकस्त खानी पड़ी. चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर 1967 में भारतीय जनसंघ के चांद गोयल, 1971 में कांग्रेस के अमरनाथ विद्यालंकार, 1977 में पूर्व उपराष्ट्रपति जनता पार्टी के कृष्णकांत, 1980 और 1984 में कांग्रेस के जगन्नाथ कौशल, 1989 में जनता दल के हरमोहन धवन, 1991 में कांग्रेस के पवन कुमार बंसल, 1996 और 1998 में BJP के सत्यपाल जैन, 1999, 2004 और 2009 में कांग्रेस के पवन कुमार बंसल ने जीत हासिल की थी. जिसके बाद 2014 में बीजेपी की किरण खेर ने इस सीट पर जीत हासिल की थी और अब एक बार फिर यानी कि 2019 में किरण खेर ने जीत हासिल की है.