पंजाब के पूर्व डीजीपी केपीएस गिल का शुक्रवार को सर गंगा राम हॉस्पिटल में निधन हो गया। दिल का दौरा पड़ने के बाद जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। गिल को इसके अलावा भी कई गंभीर बीमारी थी।
गिल 82 साल के थे।
गिल ने भारतीय पुलिस सेवा में अपने कैरियर की शुरुआत पूर्वोत्तर के राज्य असम से की। शुरुआती दिनों में ही उन्होंने ख़ुद को एक सख़्त अधिकारी के रूप में स्थापित कर लिया।
पंजाब पुलिस के प्रमुख के रूप में 1990 के दशक में वह पूरे देश में प्रसिद्ध हुए। सिख बहुल राज्य पंजाब में अलगाववादी आंदोलन को कुचलने का मुख्य श्रेय गिल को ही मिला। गिल की अगुवाई में पंजाब पुलिस पाकिस्तान समर्थित खालिस्तान चरमपंथी अांदोलन को पूरी तरह से कुचलने में सफल रही।
पंजाब में खालिस्तान को खत्म करने के बाद उन्हें 'सुपरकॉप' के रूप से जाना जाने लगा। आतंकवाद से लड़ने में विशेषज्ञता की वजह से बाद में वह विभिन्न सरकारों को आतंकवाद विरोधी नीतियों के निर्माण में सलाह देते रहे।
HIGHLIGHTS
- पंजाब के पूर्व डीजीपी केपीएस गिल का शुक्रवार को सर गंगा राम हॉस्पिटल में निधन हो गया
- दिल का दौरा पड़ने के बाद जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था
- पंजाब में खालिस्तान को खत्म करने के बाद उन्हें 'सुपरकॉप' के रूप से जाना जाने लगा