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कश्मीर पर वार्ताकार की नियुक्ति के बाद फारुक ने कहा, पाकिस्तान भी एक पक्ष, केंद्र को करनी होगी बात

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्षी दल नैशनल कॉन्फ्रेंस के संरक्षक फारुक अब्दुल्ला ने कहा है कि इस मामले में पाकिस्तान भी एक पक्ष है।

Updated on: 23 Oct 2017, 07:59 PM

highlights

  • नैशनल कॉन्फ्रेंस के संरक्षक फारुक अब्दुल्ला ने कश्मीर मसले पर पाकिस्तान को भी बताया एक पक्ष
  • अब्दुल्ला ने कहा कश्मीर समस्या के समाधान के लिए केंद्र को पाकिस्तान से भी करनी होगी बातचीत
  • केंद्र सरकार ने पूर्व आईबी चीफ दिनेश्वर शर्मा को कश्मीर पर नया वार्ताकार नियुक्त किया है

नई दिल्ली:

कश्मीर पर बातचीत शुरू करने की दिशा में केंद्र की तरफ से वार्ताकार नियुक्त किए जाने का जहां राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने स्वागत किया है तो वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्षी दल नैशनल कॉन्फ्रेंस के संरक्षक फारुक अब्दुल्ला ने कहा है कि इस मामले में पाकिस्तान भी एक पक्ष है।

फारुक अब्दुल्ला ने कहा, 'राज्य की समस्या में पाकिस्तान भी एक पक्ष है। यह एक राजनीतिक समस्या है और इसमें केवल जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों से बात किया जाना शामिल नहीं है बल्कि उन्हें पाकिस्तान से भी बात करनी होगी।'

कश्मीर पर बातचीत की शुरुआत के लिए पूर्व आईबी चीफ दिनेश्वर शर्मा को वार्ताकार नियुक्त किए जाने की घोषणा करते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्हें कश्मीर में सभी पक्षों से बातचीत किए जाने की आजादी दी गई है।

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हालांकि सिंह ने इस मामले में पाकिस्तान को पक्ष बनाए जाने के बारे में कुछ नहीं कहा। केंद्र सरकार कश्मीर की मौजूदा समस्या के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार मानता रहा है।

कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए वार्ताकार की नियुक्ति किए जाने के फैसले को पूर्व वित्त और गृहमंत्री पी चिदंबरम ने इसे विपक्ष की जीत बताया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, ''बातचीत नहीं' से 'सभी पक्षों से बातचीत', यह उन लोगों की बड़ी जीत है जो जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक समाधान की पैरवी करते हैं।'

गौरतलब है कि इससे पहले यूपीए की सरकार के समय में भी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तीन सदस्यीय वार्ताकाल समिति की नियुक्ति की थी, हालांकि इस समिति की सिफारिशों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया।

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