जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नैशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने मोहम्मद अली जिन्ना को भारत के विभाजन का कारण मानने से इंकार करते हुए नेहरू-पटेल को जिम्मेदार बताया है।
उन्होंने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना पाकिस्तान बनाने वाले नहीं थे।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'कमिशन आया, उसमें फैसला किया गया कि हिंदुस्तान का बंटवारा नहीं करेंगे। हम मुसलमानों के लिए विशेष प्रतिनिधित्व रखेंगे। सिखों व अन्य अल्पसंख्यकों को विशेष प्रतिनिधित्व देंगे मगर मुल्क का बंटवारा नहीं करेंगे।'
अब्दुल्ला ने कहा कि जिन्ना ने कमीशन के फैसले को मान लिया था लेकिन जवाहरलाल नेहरू, मौलाना आजाद और सरदार पटेल ने इसे नहीं स्वीकार किया।
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अब्दुल्ला ने कहा, 'जब यह नहीं हुआ तो जिन्ना ने फिर से अलग देश पाकिस्तान बनाने की मांग रखी।'
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर उस समय कमीशन की बात मान ली गई होतीं तो आज भारत का बंटवारा नहीं होता।
उन्होंने कहा कि यह नेहरू और पटेल की जिद का नतीजा है कि आज पाकिस्तान और बांग्लादेश के रूप में देश के टुकड़े हो गए हैं।
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Source : News Nation Bureau