logo-image

गोवा के पूर्व CM लुईजिन्हो फालेयरो पहुंचे कोलकाता, आज TMC में होंगे शामिल

लुइजिन्हो फलेरियो ने सोमवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था. सोनिया गांधी को भेजे इस्तीफे में लिखा था कि उन्हें अब न तो कोई उम्मीद दिखती है और न ही पार्टी के पतन को रोकने के लिए कोई इच्छाशक्ति

Updated on: 29 Sep 2021, 07:54 AM

कोलकाता:

कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फालेयरो कोलकाता पहुंच चुके हैं. दमदम एयरपोर्ट पर फालेयरो की अगवानी टीएमसी के वरिष्ठ नेताओं, पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री सुजीत बोस और राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने की. फालेयरो बुधवार यानि आज ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे. ये कार्यक्रम शाम 4 बजे होगा. अभिषेक बनर्जी और डेरेक ओ ब्रायन की मौजूदगी में सभी नेता टीएमसी में शामिल होंगे. विधायक के पद से और कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से सोमवार को इस्तीफा देने के थोड़े समय बाद फालेयरो ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टक्कर लेने के लिए देश को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी जैसी नेता की जरूरत है. फालेयरो के साथ एमजीपी के नेता लावो मामलेदार भी टीएमसी में शामिल होंगे.

यह भी पढ़ेंः एक और उपलब्धि, हर 4 में से एक भारतीय का टीकाकरण पूरा

सूत्रों का दावा है कि शामिल होने वाले नेताओं में बड़ी संख्या में हिन्दू समाज से होगी. करीब 10 से अधिक नेता तृणमूल में शामिल होंगे. तृणमूल में शामिल होने वाले ये सभी नेता गोवा से कोलकाता के लिए निकल चुके हैं. गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक लुइजिन्हो फलेरों ने अपने इस्तीफे में कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखा, 'पार्टी (कांग्रेस) का पतन रुक जाएगा या बेहतर के लिए कुछ बदलाव होगा, मुझे ऐसी कोई उम्मीद नहीं दिख रही है.' लुइजिन्हो फलेरों ने आगे लिखा कि अब तक, किसी को भी हमारे 13 विधायकों के नुकसान के लिए जवाबदेह नहीं ठहराया गया. "गोवा में कांग्रेस अब वो पार्टी नहीं है जिसके लिए हमने बलिदान दिया और लड़ाई लड़ी. यह अपने संस्थापकों के हर आदर्श और सिद्धांत के विपरीत काम कर रही है."

यह भी पढ़ेंः पंजाब की सियासत पर आज बड़ा फैसला संभव, CM चन्नी ने बुलाई कैबिनेट मीटिंग

मजबूत विपक्ष बनने में भी पूरी तरह से रहे हैं नाकाम 
लुइजिन्हो फलेरों ने लिखा कि गांधीजी हमारे देश को खत्म करने की कोशिश करने वाली ताकतों के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ते रहे. हालांकि, पार्टी की गोवा इकाई कांग्रेस के लिए एक मजाक बन गई है. नेताओं की एक मंडली के नेतृत्व में, जो अपने लोगों के प्रति हमारी जिम्मेदारी पर लाभ को प्राथमिकता देते हैं, हम एक मजबूत विपक्ष बनने में भी पूरी तरह से नाकाम रहे हैं.