अरुण जेटली की हालत गंभीर, हालचाल लेने के लिए सभी केंद्रीय मंत्री 10 बजे एम्स जाएंगे
सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार देर शाम जेटली की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई. उनके दिल और फेफड़े ठीक तरह से काम नहीं कर रहे हैं. लिहाजा उन्हें एकमो मशीन पर रखा गया है.
highlights
- उनके दिल और फेफड़े ठीक तरह से काम नहीं कर रहे
- 2016 में हुई थी अरुण जेटली की बेरिएट्रिक सर्जरी
- 2018 में अरुण जेटली की किडनी का हुआ था ट्रांसप्लांट
नई दिल्ली:
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली गंभीर हालत में एम्स में उपचाराधीन हैं. शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और गृह मंत्री अरुण जेटली ने एम्स जाकर उनका हाल जाना. सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार देर शाम जेटली की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई. उनके दिल और फेफड़े ठीक तरह से काम नहीं कर रहे हैं. लिहाजा उन्हें एकमो मशीन पर रखा गया है. बताया जा रहा है कि शनिवार सुबह दिल्ली में मौजूद सभी केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली को देखने के लिए एम्स जाएंगे.
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9 अगस्त को बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली को घबराहट और कमजोरी की शिकायत के बाद एम्स में भर्ती कराया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और भाजपा के अन्य शीर्ष नेताओं ने अस्पताल जाकर अरुण जेटली का हाल-चाल लिया था. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी उन्हें देखने एम्स पहुंचे थे.
2016 में उनकी बेरिएट्रिक सर्जरी (वजन घटाने के लिए पेट की चर्बी का आपरेशन) हुई थी. मई 2018 में एम्स में जेटली का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. उन्हें डायबिटीज़ भी है.
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क्या होता है एकमो
एकमो यानी एक्सट्रॉकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन, जिसे एक्स्ट्राकोर्पोरियल लाइफ सपोर्ट के रूप में भी जाना जाता है. यह उन लोगों को लंबे समय तक हृदय और श्वसन सहायता प्रदान करने की एक एक्सट्रॉस्पोरल तकनीक है, जिनके हृदय और फेफड़े ठीक ढंग से काम नही कर रहे हों.
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