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फिल्म 'काली' के पोस्टर विवाद पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने दिया यह बयान

'काली' के पोस्टर विवाद पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने किया कहा है कि यह कनाडा के ओटावा में हमारे उच्चायोग इस पर बयान दे चुके हैं. उनके बयान के बाद कार्यक्रम के आयोजकों ने भी अपनी ओर से बयान जारी कर माफी मांग ली है.

Updated on: 07 Jul 2022, 07:43 PM

नई दिल्ली:

'काली' के पोस्टर विवाद पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने किया कहा है कि यह कनाडा के ओटावा में हमारे उच्चायोग इस पर बयान दे चुके हैं. उनके बयान के बाद कार्यक्रम के आयोजकों ने भी अपनी ओर से बयान जारी कर माफी मांग ली है. मुझे लगता है कि अब इसे वहां प्रदर्शित नहीं किया जा रहा है. वहीं इस मामले पर दर्ज हो रहे एफआईआर पर उन्होंने कहा कि यह घरेलू मामला है. इसका विदेश नीति से कोई लेना-देना नहीं है. 

भारतीय उच्चायोग ने कनाडाई अधिकारियों से की भड़काऊ सामग्री को वापस लेने की अपील
इससे पहले ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने इस मामले के सामने आने के बाद बयान जारी कर कहा था कि  हम कनाडाई अधिकारियों और कार्यक्रम के आयोजकों से इस तरह की भड़काऊ सामग्री को वापस लेने का आग्रह करते हैं. उन्होंने कहा था कि हमें कनाडा में मौजूद हिंदू समुदाय के नेताओं से लघु फिल्म के पोस्टर में हिंदू देवी के अपमानजनक चित्रण को लेकर शिकायतें मिली हैं, जिसका ‘अंडर द टेंट’ प्रोजेक्ट के तहत टोरंटो के आगा खान संग्रहालय में प्रदर्शन किया गया था.

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यह है पूरा मामला
दरअसल, टोरंटो में रहने वाली फिल्मकार लीना मणिमेकलई ने शनिवार को ट्विटर पर अपनी लघु फिल्म ‘काली’ का पोस्टर साझा किया था, जिसमें हिंदू देवी मां काली को धूम्रपान करते और हाथ में एलजीबीटीक्यू समुदाय का झंडा थामे हुए दिखाया गया है. इस पोस्टर के सामने आने के बाद मणिमेकलई पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप लगने लगे थे. उनकी इस हरकत से नाराज लोगों ने सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ ‘अरेस्ट लीना मणिमेकलई’ (लीना मणिमेकलई को गिरफ्तार करो) हैशटैग ट्रेंड करने लगा था. वहीं, ‘गौ महासभा’ नामक समूह के एक सदस्य ने बताया कि उसने दिल्ली पुलिस में मणिमेकलई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.