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मोदी है तो मुमकिन है, सेशेल्स ने भी माना भारत का लोहा

विदेश मंत्री एस जयशंकर कोरोना काल में बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और सेशेल्स की 6 दिवसीय यात्रा पर हैं. इस यात्रा को काफी अहम माना जा रहा है.

Updated on: 26 Nov 2020, 07:58 PM

नई दिल्ली:

सेशेल्स ने भी भारत का लोहा माना है. पीएम मोदी की नीति से सेशेल्स की तस्वीर बदल गई है. भारत ने हर मौके पर सेशेल्स की मदद की है. इंडिया फर्स्ट नीति के चलते सेशेल्स काफी मजबूत हुआ है. पीएम मोदी ने पहली बार 2015 में सेशेल्स की यात्रा की थी. भारत की मदद से वहां कई सारे प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहे हैं. कोरोना काल में भी भारत ने उसे पूरी मदद की है. 1993 में बहुदलीय लोकतंत्र की शुरुआत के बाद सेशेल्स की सभी पिछली सरकारों ने 'इंडिया फर्स्ट' नीति का पालन किया है. 

2015 में हिंद महासागर के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री का पहला गंतव्य सेशेल्स था, जिसके बाद उन्होंने श्रीलंका और मॉरीशस का दौरा किया. 33 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद सेशेल्स में यह पहली प्रधान मंत्री स्तर की यात्रा थी. भारत ने अनुदान और रियायती ऋण के रूप में हमारे विकास सहयोग और सहायता के माध्यम से अपने संबंधों को व्यापक बनाने की कोशिश की है. 5 राष्ट्रीय प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में से जून 2018 में सेशेल्स के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान 3 परियोजनाओं के लिए हमारे समर्थन की सार्वजनिक रूप से घोषणा की गई थी. 3 राष्ट्रीय प्राथमिकता परियोजनाएं (NPPs) एक नए सरकारी घर का निर्माण (USD.6.66 मिलियन), पुलिस मुख्यालय (13.92 मिलियन अमरीकी डॉलर) और अटॉर्नी जनरल के कार्यालय (अमरीकी डालर 13.38 मिलियन) को लागू किया जा रहा है.

सेशेल्स में एक मजिस्ट्रेट कोर्ट निर्माण परियोजना निर्माणाधीन है. भारत ने परियोजना के लिए जून 2017 में USD 3.5 मिलियन का नकद अनुदान बढ़ाया है. परियोजना सितंबर 2018 में शुरू हुई और अक्टूबर 2020 में निर्माण का मुकाबला किया गया. हाई इम्पैक्ट कम्युनिटी डेवलपमेंट (HICDP) का पहला चरण वर्तमान में गोइ अनुदान सहायता के साथ सेशेल्स में कार्यान्वित किया जा रहा है. 33 परियोजनाओं में से 19 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं. सेशेल्स में परियोजनाओं का व्यापक रूप से स्वागत और सराहना की गई है और हमें बड़े पैमाने पर लोगों को उन्मुख कार्यों के साथ जनता तक पहुंचने में सक्षम बनाया है.

रोमेनविले द्वीप में 1 मेगावाट की जमीन पर लगे सोलर पीवी सिस्टम की स्थापना की परियोजना पर काम चल रहा है और लगभग पूरा हो चुका है. COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत से समर्थन प्राप्त करने वाले पहले कुछ देशों में सेशेल्स शामिल थे. जिसमें एचसीक्यू की 50,000 गोलियों सहित 4 टन से अधिक जीवन रक्षक दवाएं शामिल थीं.