फोर्ब्स पत्रिका ने नोटबंदी की तुलना 'नसबंदी कार्यक्रम' से की

स्टीव फोर्ब्स ने नोटबंदी के फैसले को अनैतिक बताते हुए इसे जनता के पैसे पर डाका कहा है।

स्टीव फोर्ब्स ने नोटबंदी के फैसले को अनैतिक बताते हुए इसे जनता के पैसे पर डाका कहा है।

author-image
abhiranjan kumar
एडिट
New Update
फोर्ब्स पत्रिका ने नोटबंदी की तुलना 'नसबंदी कार्यक्रम' से की

पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

अमेरिका की प्रतिष्ठित मैगजीन फोर्ब्स मीडिया के एडिटर इन चीफ स्टीव फोर्ब्स ने नोटबंदी के फैसले की तीखी आलोचना की है। स्टीव फोर्ब्स ने नोटबंदी के फैसले को अनैतिक बताते हुए इसे जनता के पैसे पर डाका कहा है।

Advertisment

स्टीव फोर्ब्स ने नोटबंदी के फैसले पर संपादकीय लिखा है। जिसमें उन्होंने मोदी सरकार के इस फैसले की तुलना 1970 के दशक के 'जबरन नसबंदी' कार्यक्रम से की है।

नोटबंदी पर लिखा यह संपादकीय 24 जनवरी 2017 को मैगजीन के प्रिंट ईश्यू में पढ़ने को मिलेगा। हालांकि फोर्ब्स की साइट पर यह अभी से उपलब्ध है।

पत्रिका ने लिखा है कि मोदी सरकार ने बिना किसी चेतावनी के देश की 85 फीसदी नोटों को खत्म कर दिया। हैरान जनता को बैंकों से कैश बदलवाने के लिए महज कुछ हफ्तों का समय दिया गया।

मैगजीन ने फैसले से पहले की तैयारियों को लेकर भी निशाना साधा है। साथ ही लिखा कि सरकार ने उचित मात्रा में नए नोट नहीं छापे। जो नए नोट छपे उनकी साइज में अंतर कर दिया जिससे एटीएम के साथ काफी दिक्कत हुई।

Source : News Nation Bureau

Modi demonetisation Forbes
      
Advertisment