खाने को बर्बाद होने से बचाने के लिए खाद्य आपूर्ति मंत्रालय अब हरकत में आ चुका है। खाने की बर्बादी को लेकर मंत्रालय के अधिकारी कड़े कदम उठाने की तैयारी कर रहे हैं।
खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान का कहना है कि हमारी सरकार इस दिशा में सोच रही है कि जिसको जितना खाने की जरूरत हो, उतना ही खाए और खाना बर्बाद ना किया जाए।
होटल या रेस्टोरेंट में खाने की बर्बादी को रोकने के लिए खाद्य आपूर्ति मंत्री ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों को आदेश दिया है कि एक रूपरेखा और नियम तैयार किया जाए जो कि सब जगह लागू किया जा सके। जिससे की खाने की बर्बादी रुक सके।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने भी मन की बात में यह कहा था कि खाना बर्बाद नहीं होना चाहिए, जितनी जरूरत हो उतना ही खाना खाएं और मंगवाएं।
उन्होंने कहा था कि किसी होटल में या रेस्टोरेंट में जब भी जाएं, उतना ही ऑर्डर करें, जितना खाने की जरूरत हो क्योंकि और जरूरत पड़ने पर खाना दोबारा मंगवाया जा सकता है।
रामविलास पासवान का कहना है कि अगर कोई दो इडली खाता है, तो उसे चार इडली क्यों परोसी जाए। ये भोजन और पैसों दोनों की बर्बादी है। पासवान ने कहा कि मेरा निजी अनुभव है, कई बार रेस्टोरेंट में पानी की बोतल का दाम कुछ और होता है, बाहर कुछ और है, या प्लेन में कुछ और है।
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उन्होंने कहा कि कई बार खाना खाने जाते हैं तो देखते हैं कि खाने की बर्बादी होती है। अपने गरीब मुल्क में जहां लोग भूखे रहते हैं, वहां खाने की बर्बादी इस तरह से ठीक नहीं है, इसलिए हमने कंज्यूमर के हित में यह कदम उठाया है।
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Source : News Nation Bureau