logo-image

कोरोना योद्धाओं पर हुई फूलों की बारिश, वायुसेना ने किया सलाम, भावुक हुए डॉक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ

केजीएमयू प्रशासनिक भवन के सामने प्रागंण में विश्वविद्यालय के डॉक्टर, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ आदि एकत्रित हुए थे और करीब सवा दस बजे हेलीकाप्टर ने प्रागंण के दो चक्कर लगाकर उन पर गुलाब के फूल बरसाए.

Updated on: 03 May 2020, 11:56 AM

लखनऊ:

वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ लड़ रहे चिकित्सा क्षेत्र के योद्धाओं के सम्मान में रविवार को भारतीय वायुसेना के हेलीकाप्टर ने किंग जार्ज मेडिकल विश्वविदयालय के प्रागंण में डॉक्टरों, नर्सों और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ पर गुलाब के फूलों की बारिश की. केजीएमयू प्रशासनिक भवन के सामने प्रागंण में विश्वविद्यालय के डॉक्टर, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ आदि एकत्रित हुए थे और करीब सवा दस बजे हेलीकाप्टर ने प्रागंण के दो चक्कर लगाकर उन पर गुलाब के फूल बरसाए.

यह भी पढ़ें: Corona Relief: देश में कोरोना से मौत की दर 3.3 फीसदी, ठीक होने की दर भी अच्छी

नीचे मैदान में खड़े डॉक्टर और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ ने तालियां बजाकर और भारत माता की जय का उदघोष कर अपनी खुशी जाहिर की. कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभा रहे डॉक्टर और नर्सों में से कुछ इस सम्मान को देखकर भावुक हो गए. केजीएमयू में कोरोना के विरुद्ध युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली कोरोना योद्धा डॉ. तूलिका चंद्रा ने बताया, 'यह एक भावुक और दिल को छू लेने वाला दृश्य था.  हमारी आंखो में आंसू थे इतना प्यारा सम्मान देखकर. हम 18 घंटे से अधिक समय अपनी प्रयोगशाला में बिताते है लेकिन आज इस सम्मान से सारी थकान दूर हो गयी और उत्साह कई गुना बढ़ गया.'

यह भी पढ़ें: दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या 4 हजार पार, पिछले 24 घंटे में आए 384 नए मामले

केजीएमयू के वरिष्ठ सर्जन और प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी ने कहा, 'वह बहुत ही सम्मान भरा वक्त था वह जब हम पर सेना के हेलीकाप्टर फूल बरसा रहे थे। इस सम्मान से हम अभिभूत थे. अब हम दोगुने जोश से कोविड-19 के मरीजों की सेवा में दिन-रात एक कर देंगे. वैसे पहले भी हम कोरोना रोगियों के इलाज में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे थे. अब इस सम्मान से तो हौसला दोगुना हो गया.' केजीएमयू के कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने भी पुष्प वर्षा पर खुशी जाहिर करते हुये कहा कि कोरोना योद्धाओं का आज जैसा सम्मान हुआ है उससे सभी लोग खुश हैं चाहे वह डॉक्टर हो या नर्सें या फिर पैरामेडिकल स्टाफ.