मोदी सरकार के कार्यकाल में अधोसंरचना के क्षेत्र में कुछ ऐसे काम हो रहे हैं, जो अपने किस्म के पहले हैं. साथ ही मोदी सरकार के नारे 'सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास' को सही अर्थों में प्रतिनिधित्व भी प्रदान करते हैं. इस कड़ी में अब अंडर वॉटर मेट्रो का सपना भी साकार हो गया है. देश में पहली बार किसी नदी के नीचे से मेट्रो गुजरेगी. आधुनिक तकनीक के इस हैरतअंगेज कारनामे को देश में पहली बार अंजाम देने का काम लगभग पूरा हो चुका है. कोलकाता में पहली बार चलने वाली इस अंडर वॉटर मेट्रो का वीडियो रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शेयर किया है.
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हुगली नदी के नीचे चलेगी पहली अंडर वॉटर मेट्रो
जानकारी के मुताबिक भारत में बहुत जल्द पहली बार नदी के नीचे से मेट्रो दौड़ेगी. कोलकाता की हुगली नदी के नीचे से इस तरह मेट्रो चलाने का काम लगभग पूरा हो चुका है. यह सुरंगें 520 मीटर लंबी और लगभग 30 मीटर गहरी हैं. नदी के नीचे से होकर जाने वाली इस मेट्रो को यह सुरंग पार करने में कुल 60 सेकंड का वक्त लगेगा. पहली अंडर वॉटर कोलकाता मेट्रो सॉल्ट लेक सेक्टर 5 से हावड़ा मैदान की दूरी एक मिनट में तय करेगी. 2 फेस में बंटी इस लाइन में फेस 1 को जल्द ही आम लोगों के लिए चालू कर दिया जाएगा.
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नदी तल से 30 मीटर है नीचे
पीयूष गोयल ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा- 'भारत की पहली अंडर वॉटर ट्रेन शीघ्र ही कोलकाता में हुगली नदी के नीचे चलना आरंभ होगी. उत्कृष्ट इंजीनियरिंग का उदाहरण यह ट्रेन देश में निरंतर हो रही रेलवे की प्रगति का प्रतीक है. इसके बनने से कोलकाता निवासियों को सुविधा और देश को गर्व का अनुभव होगा.' अंडर वॉटर ट्रेन को पानी से बचाने के लिए चार उच्च स्तरीय सुरक्षा कवच लगाए गए हैं. यह 520 मीटर लंबी दोहरी सुरंग है, जिसमें से एक पूर्व और दूसरी पश्चिम की ओर जाने वाली है. इसका निर्माण नदी के तल से 30 मीटर नीचे किया गया है.
HIGHLIGHTS
- पहली अंडर वॉटर कोलकाता मेट्रो सॉल्ट लेक सेक्टर 5 से हावड़ा मैदान तक चलेगी.
- ट्रेन को पानी से बचाने के लिए चार उच्च स्तरीय सुरक्षा कवच लगाए गए.
- 520 मीटर लंबी दोहरी सुरंग है, जिसमें से एक पूर्व और दूसरी पश्चिम जाती है.