रेलवे ने रचा इतिहास, साल 2019 में एक्सीडेंट से नहीं गई किसी शख्स की जान

रेलवे के मुताबिक, पिछले 38 साल में दुर्घटनाओं की कुल संख्याओं में 95% की कमी हुई है.

रेलवे के मुताबिक, पिछले 38 साल में दुर्घटनाओं की कुल संख्याओं में 95% की कमी हुई है.

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Ravindra Singh
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प्रतीकात्मक फोटो

भारतीय रेल( Photo Credit : न्‍यूज स्‍टेट)

रेलवे के 166 सालों के इतिहास में अब तक आपने कोई भी ऐसा साल नहीं सुना होगा जब रेल एक्सीडेंट से किसी की जान न गई हो. रेलवे के इतिहास में साल 2019-20 ऐसा साल रहा है जब रेल हादसे में देश के किसी भी नागरिक को अपनी जान से हाथ नहीं धोना पड़ा है. रेलवे के इतिहास में साल 2019-20 को सबसे सुरक्षित साल माना गया है. आपको बता दें कि मौजूदा वित्तीय साल में रेल हादसे में किसी भी व्यक्ति ने अपनी जान नहीं गवांईं. रेलवे के मुताबिक, पिछले 38 साल में दुर्घटनाओं की कुल संख्याओं में 95% की कमी हुई है. 

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रेलमंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी उन्होंने ट्विटर पर लिखा सबसे सुरक्षित साल रेलवे के 166 वर्षों में पहली बार इस वित्त वर्ष में किसी भी शख्स ने रेल हादसे में नहीं गवांई जान. एक अंग्रेजी दैनिक की खबर के मुताबिक, साल 2017-18 में देश भर में कुल 73 रेल हादसे हुए. रेलवे ने इस संख्या के बाद रेल हादसों में होने वाली लापरवाहियों पर नजर रखी और आगे लागातार सुधार का काम किया.  सुरक्षा उपायों को अपनाने से इस संख्या में काफी कमी हुई. आपको बता दें कि मौजूदा वित्तवर्ष देश में महज 59 रेल हादसे हुए हैं जिनमें किसी भी यात्री को जान नहीं गवांनी पड़ी. 

अंग्रेजी दैनिक की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि

  • साल 1960-61 में 2131 एक्सीडेंट हुए. जिसके बाद यह आंकड़ा साल 1970-71 में घटकर 840 पर आ गया. 
  • जबकि साल 1980-81 में 1,013 हादसे हुए, वहीं साल 1990-1991 में यह संख्या 532 पर आ गई.
  • साल 2010-11 में 141 रेल हादसे हुए. 
  • साल 1990-1995 के बीच हर साल औसत 500 हादसे हुए. इस दौरान 2400 लोगों की मौत हुई. वहीं, 4300 घायल हुए. 
  • 2013-2018 में हर साल औसत 110 एक्सीडेंट हुए, इनमें 990 लोगों की जान गई. 1500 घायल भी हुए.

Source : News Nation Bureau

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