रामनाथ कोविंद ने संसद के सेंट्रल हॉल में देश के 14 वें राष्ट्रपति के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ ले ली है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जे एस खेहर ने उन्हें शपथ दिलाई।
शपथ ग्रहण के बाद अपने पहले भाषण में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा सेना, किसान और शिक्षक इस देश के निर्माता हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'देश को समाज के आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति के लिए काम करने की जरूरत है।'
जानिए राष्ट्रपति कोविंद के भाषण की 10 बड़ी बातें
1. राष्ट्रपति कोविंद ने पद संभालने के बाद कहा जो जवान हमारी रक्षा करते हैं, जो किसान हमारे लिए अनाज उगाते हैं और जो शिक्षक बिना किसी स्वार्थ के छात्रों को शिक्षा देते हैं वो हमारे राष्ट्र निर्माता हैं।
2. हमें तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था और समान समाज और समान फैसले के लिए काम करना होगा।
3. एक राष्ट्र के तौर पर हमने बहुत कुछ हासिल किया है, लेकिन अभी हमें और आगे जाना है और देश को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास करते रहना है।
4. आज पूरे विश्व में भारत के दृष्टिकोण का महत्व है इसलिए वैश्विक परिदृष्य में हमारी जिम्मेदारियां भी वैश्विक हो गई हैं।
5. हम लोग बहुत अलग हैं फिर भी एक हैं और एकजुट हैं।
6. इस बात का पूरा विश्वास है कि राजेंद्र प्रसाद, राधाकृष्णन, और प्रणब मुखर्जी के कामों को आगे बढ़ाउंगा।
7. मिट्टी के घर में पला बढ़ा हूं। इसलिए इस महान देश के 125 करोड़ लोगों को नमन करता हूं जिसकी वजह से यहां तक पहुंचा हूं।
8. सबके विचारों का सम्मान करना हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती है।
9. हमें भारत की संस्कृति और परंपरा पर गर्व है। राष्ट्रनिर्माण का आधार है राष्ट्रीय गौरव, देश में सिर्फ राजनीतिक स्वतंत्रता ही काफी नहीं है।
10. संसद के सेंट्रल हॉल में आकर पुरानी यादें ताजा हो गई। यहां कई लोगों के साथ मैंने काम किया है जिसको लेकर गौरान्वित महसूस कर रहा हूं।
रामनाथ कोविंद देश के दूसरे दलित राष्ट्रपति हैं। इससे पहले के आर नारायणन दलित राष्ट्रपति चुने गए थे। राष्ट्रपति चुनाव में मीरा कुमार को भारी मतों से हराकर कोविंद ने चुनाव जीता था।
HIGHLIGHTS
- देश के 14 वें राष्ट्रपति बने रामनाथ कोविंद, चीफ जस्टिस खेहर ने दिलाई शपथ
- सबके विचारों का सम्मान करना हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती है: कोविंद