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कृषि से जुड़े नए विधेयकों के विरोध में पहली मौत, 70 साल के किसान की गई जान

संसद के मानसून सत्र में लाए गए कृषि से जुड़े तीन बिलों पर संसद से लेकर सड़क तक संग्राम छिड़ा हुआ है. कृषि संबंधी नए विधेयकों के खिलाफ संसद में विपक्षी दल और सड़कों पर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

Updated on: 19 Sep 2020, 01:02 PM

मुक्तसर :

संसद के मानसून सत्र में लाए गए कृषि से जुड़े तीन बिलों पर संसद से लेकर सड़क तक संग्राम छिड़ा हुआ है. कृषि संबंधी नए विधेयकों के खिलाफ संसद में विपक्षी दल और सड़कों पर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मगर इस बीच इन नए कृषि विधेयकों के विरोध में देश में पहली मौत हुई है. पंजाब के मुक्तसर जिले में विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान 70 साल के एक किसान ने अपनी जान गवां दी है.

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मृतक किसान प्रीतम सिंह मनसा जिले के अक्कनवाली गांव का निवासी था. यह किसान पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल के गांव में उनके घर के बाहर धरने पर बैठा था. पूर्व सीएम के गांव बादल में 15 सितंबर से भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्रहण) द्वारा नए बिलों के खिलाफ किसान प्रदर्शन कर रहे थे. इसी विरोध प्रदर्शन के दौरान किसान ने शुक्रवार को जहर खा लिया था.

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इसके बाद किसान को पहले बादल गांव के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. लेकिन बाद में यहां से उसे बठिंडा के लिए रेफर कर दिया था. लेकिन कुछ घंटे बाद 70 साल के एक किसान की मौत हो गई. हालांकि अभी पता नहीं चला है कि किसान के यह कदम क्यों उठाया. मगर किसान संगठन का कहना है कि प्रीतम सिंह पर कर्ज था.