बिहार के औरंगाबाद जिले में शुक्रवार को पहले चरण के पंचायत चुनाव के दौरान फायरिंग की घटना सामने आई।
यह घटना औरंगाबाद जिले के बसैनी गांव के बूथ संख्या 144 और 145 की है।
चुनाव अधिकारियों ने दावा किया कि फायरिंग बूथों पर कब्जा करने और एक विशेष उम्मीदवार के पक्ष में फर्जी मतदान करने के लिए की गई। फायरिंग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
बूथ पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति को नियंत्रित करने में कामयाबी हासिल की। घटना के बाद कतार में लगे कई मतदाता भाग खड़े हुए। स्थिति सामान्य करने के लिए एसडीओ व एसडीपीओ फौरन गांव पहुंचे।
10 जिलों की 151 पंचायतों के लिए पहले चरण का मतदान अभी चल रहा है। ये सभी जिले औरंगाबाद, रोहतास, जमुई, अरवल, गया, कैमूर, नवादा, बांका, जहानाबाद और मुंगेर जैसे नक्सल प्रभावित जिले हैं।
बिहार चुनाव आयोग के एक अधिकारी के मुताबिक, ईवीएम का इस्तेमाल पंचायत सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद सदस्य जैसे चार पदों पर मतदान किया जा रहा है। पंच और सरपंच के मतदान के लिए मतपेटी का उपयोग किया जा रहा है।
राज्य चुनाव आयोग ने 10 जिलों में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है। कुल 156 मतदान केंद्र नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के अंतर्गत आते हैं।
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Source : IANS