नीरव मोदी के बाद बैंक से धोखाधड़ी करने के और भी कई मामले सामने आ रहे हैं। इस मामले में वित्त मंत्रालय ने पहली बार दख़ल देते हुए हांग-कांग के उन बैंक को ख़त लिखा है जिसने PNB (पंजाब नेश्नल बैंक) से LOU (लेटर ऑफ अंडरटेकिंग) ली है।
इसके अलावा मंत्रालय ने एसबीआई, एक्सिस बैंक, इलाहाबाद बैंक और बैंक ऑफ़ इंडिया को ख़त लिख कर सभी अकाउंट्स को चेक करने और अमियमितताओं की जांच करने को कहा है। इसके अलावा बैंक से उन लोगों के बारे में भी जानकारी मांगी है जिनके लिए उन्होंने LOU जारी किया है।
इस बारे में वित्त मंत्रालय सूत्रों ने जानकारी दी है कि सभी सार्वजनिक बैंक से अपने अकाउंट्स चेक करने और विनियामक उपायों पर ध्यान देने को कहा गया है।
इतना ही नहीं सभी PSU बैंक से उन ख़ातो की जांच करने को कहा गया है जिन्होंने 250 करोड़ रुपये से ज़्यादा का कर्ज़ लिया है। साथ ही एक एजेंसी को निगरानी के लिए भी नियुक्त करने को कहा है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के विश्लेषण के मुताबिक, 9,000 से ज्यादा ऐसे अकाउंट है जिनसे कर्ज वसूली के लिए बैंकों ने मुकदमा दायर किया है और टॉप 11 ऋणदाताओं के समूह में प्रत्येक के पास 1000 करोड़ रूपये से ज्यादा का कर्ज है।
कुल मिलाकर सभी बैंको का 26,000 करोड़ रुपये का कर्ज ऋणदाताओं के पास है।
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क्या है LOU
लेटर ऑफ अंडरटेकिंग एक तरह की बैंक ग्यारंटी होती है ओवरसीज इंपोर्ट पेमेंट के लिए जारी की जाती है। सीधे शब्दों में इसका अर्थ होता है कि अगर लोन लेने वाला इस लोन को नहीं चुकाता है तो बैंक पूरी रकम ब्याज समेत बिना शर्त चुकाता है।
बैंक एक निश्चित समय के लिए जारी करता है। बाद में जिसको ये एलओयू जारी किया गया उससे पूरा पैसा वसूला जाता है।
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Source : News Nation Bureau