यह कहना गलत है कि केंद्र ने कोविड टीकाकरण पर खर्च का प्रावधान नहीं किया : FM
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को स्पष्ट किया कि केंद्र द्वारा बजट में दिखाए गए 35,000 करोड़ रुपये को वास्तव में कोविड टीकों की खरीद के लिए इस्तेमाल किया गया है.
नई दिल्ली:
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को स्पष्ट किया कि केंद्र द्वारा बजट में दिखाए गए 35,000 करोड़ रुपये को वास्तव में कोविड टीकों की खरीद के लिए इस्तेमाल किया गया है. वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, यह कहना तथ्यात्मक रूप से गलत है कि केंद्र सरकार ने कोविड-19 टीकाकरण पर खर्च के लिए कोई प्रावधान नहीं किया है. राज्यों को हस्तांतरण शीर्षक के साथ अनुदान संख्या 40 के लिए मांग के तहत 35,000 करोड़ रुपये की राशि दिखाई गई है. टीके वास्तव में इस खाते के माध्यम से केंद्र द्वारा हासिल किए और खरीदे जा रहे हैं.
यह भी पढ़ें : नई सरकार का पहला काम कोविड से लड़ना : असम के मुख्यमंत्री
वित्त मंत्रालय का यह स्पष्टीकरण टीकाकरण वित्त पोषण को लेकर एक मीडिया रिपोर्ट में सवाल उठाए जाने के बाद सामने आया है. मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, इस अनुदान की मांग के उपयोग के कई प्रशासनिक फायदे हैं. सबसे पहले, क्योंकि टीका पर खर्च स्वास्थ्य मंत्रालय की केंद्र द्वारा प्रायोजित सामान्य योजनाओं के बाहर होने वाला एक-व्यय है, अलग-अलग धन इन कोषों की आसान निगरानी और प्रबंधन सुनिश्चित करता है. साथ ही, इस अनुदान को अन्य मांगों पर लागू होने वाले तिमाही व्यय नियंत्रण प्रतिबंधों से मुक्त रखा गया है.
मंत्रालय ने स्पष्ट करते हुए कहा कि इससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि टीकाकरण कार्यक्रम में कोई बाधा न आए. टीकाकरण के लिए राज्यों को हस्तांतरण के तहत प्रदान की गई राशि वास्तव में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा संचालित की जाती है. राज्यों को अनुदान के रूप में टीके दिए जाते हैं और राज्यों द्वारा टीकों का वास्तविक प्रशासन किया जाता है. इसके अलावा, अनुदान के प्रकार और अन्य रूपों में अनुदान के बीच योजना की प्रकृति को बदलने के लिए पर्याप्त प्रशासनिक लचीलापन है.
यह भी पढ़ें : कोविड केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे CM केजरीवाल, बोले- तीसरी लहर की तैयारी करनी है
इसलिए, जैसा कि खबर में ही बताया गया है, टीकाकरण के लिए धन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए बजट वर्गीकरण वास्तव में कोई मायने नहीं रखता है. राज्यों को हस्तातंरण शीर्षक वाली मांग के उपयोग का अर्थ यह नहीं है कि केंद्र द्वारा व्यय नहीं किया जा सकता है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Arti Singh Wedding: सुर्ख लाल जोड़े में दुल्हन बनीं आरती सिंह, दीपक चौहान संग रचाई ग्रैंड शादी
-
Arti Singh Wedding: दुल्हन आरती को लेने बारात लेकर निकले दीपक...रॉयल अवतार में दिखे कृष्णा-कश्मीरा
-
Salman Khan Firing: सलमान खान के घर फायरिंग के लिए पंजाब से सप्लाई हुए थे हथियार, पकड़ में आए लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे
धर्म-कर्म
-
Maa Lakshmi Puja For Promotion: अटक गया है प्रमोशन? आज से ऐसे शुरू करें मां लक्ष्मी की पूजा
-
Guru Gochar 2024: 1 मई के बाद इन 4 राशियों की चमकेगी किस्मत, पैसों से बृहस्पति देव भर देंगे इनकी झोली
-
Mulank 8 Numerology 2024: क्या आपका मूलांक 8 है? जानें मई के महीने में कैसा रहेगा आपका करियर
-
Hinduism Future: पूरी दुनिया पर लहरायगा हिंदू धर्म का पताका, क्या है सनातन धर्म की भविष्यवाणी