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वित्त मंत्री ने इकोनॉमी को दिया बूस्ट, ECLGS फंडिंग लिमिट 4.5 लाख करोड़ रुपये

वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि स्वास्थ्य सेक्टर को 50 हजार करोड़ दिए जाएंगे. एमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम में अतिरिक्त 1.5 लाख करोड़ रुपए का ऐलान किया गया है. अब स्कीम के तहत फंडिंग को 4.5 लाख करोड़ रुपए तक बढ़ाया गया है.

Updated on: 28 Jun 2021, 05:29 PM

दिल्ली :

महामारी के बीच इकोनॉमी को बूस्ट देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बड़े ऐलान किए हैं. कोरोना प्रभावित क्षेत्रों को 1.1 लाख करोड़ की लोन गारंटी का ऐलान भी किया गया. उन्होंने कहा मेडिकल क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में काम हो रहा है. मेडिकल सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं. वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि स्वास्थ्य सेक्टर को 50 हजार करोड़ दिए जाएंगे. एमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम में अतिरिक्त 1.5 लाख करोड़ रुपए का ऐलान किया गया है. अब स्कीम के तहत फंडिंग को 4.5 लाख करोड़ रुपए तक बढ़ाया गया है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ECLGS (Emergency Credit Line Guarantee Scheme) फंडिंग की लिमिट बढ़ाए जाने का भी ऐलान किया गया है. ECLGS फंडिंग की लिमिट बढ़ाकर 4.5 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है. ECLGS स्कीम में 1.5 लाख करोड़ रुपये और डाले जाएंगे. वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले साल मई 2020 में इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटीड स्कीम का ऐलान किया गया था. हेल्थ सेक्टर के लिए लोन गारंटी स्कीम के तहत 100 करोड़ रुपये का अधितकम लोन दिया जाएगा. हेल्थ सेक्टर के लिए अधिकतम 7.95 फीसदी और अन्य सेक्टर के लिए 8.25 फीसदी की ब्याज दर रहेगी. वित्त मंत्री ने कहा कि MFIs (माइक्रो फाइनेंस इंस्टिट्यूशन्स) के जरिए कोविड से प्रभावित 25 लाख लोगों को लोन दिया जाएगा. इसके तहत 2 फीसदी से कम ब्याज दर 1.25 लाख रुपये का लोन दिया जाएगा. MFIs के जरिए नए लोन की अवधि 3 साल रहेगी. फायदा 31 मार्च 2022 तक उठाया जा सकता है.
ECLGS स्कीम का दायरा 4.5 लाख करोड़ रुपए होगा. पहले स्कीम में 3 लाख करोड़ रुपए की घोषणा की थी. इससे सभी सेक्टर्स को इसका फायदा मिलेगा