/newsnation/media/post_attachments/images/2017/03/29/68-arunjaitley.jpg)
राज्य सभा में वित्त विधेयक पास (फाइल फोटो)
नरेंद्र मोदी सरकार को बुधवार को राज्य सभा में तब फजीहत का सामना करना पड़ा जब उसे वित्त विधेयक संसोधन के साथ पास कराना पड़ा।
इन संसोधनों के कारण अब सरकार को वित्त विधेयक को दोबारा लोकसभा में ले जाकर पास कराना होगा। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के सांसद वित्त विधेयक पर चर्चा के दौरान वॉकआउट कर गए।
चर्चा के बाद जब वोटिंग हुई तो सरकार विपक्ष के सुझाए तीन संसोधनों पर हार गई। इसमें एक संसोधन कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मूव किया था। हालांकि इसका बहुत बड़ा असर बिल के क्लॉज पर नहीं होगा क्योंकि यह फाइनेंस बिल है।
दिग्विजय ने विधेयक में संसोधन की मांग करते हुए कहा था कि आयकर अधिकारियों को सर्च और कब्जा करने के अधिकार और इस बारे में केवल कोर्ट को बताने के नियम में संसोधन किया जाए।
चर्चा के दौरान दिग्विजय ने कहा कि मोदी सरकार ने वित्त विधेयक में 40 विधेयकों को शामिल कर राज्यसभा के अधिकार छीन लिए हैं। कांग्रेस सदस्य दिग्विजय सिंह ने विधेयक के तीन अनुच्छेदों के लिए संशोधन पेश किया, जिसे मतविभाजन के बाद स्वीकार कर लिया गया, जिसके कारण सत्तापक्ष को असहजता का सामना करना पड़ा।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सदस्य सीताराम येचुरी ने भी तीन संशोधन पेश किए, जिन्हें भी मतविभाजन के बाद स्वीकार कर लिया गया।
#Flash The Finance Bill with amendment passed in Rajya Sabha pic.twitter.com/7SpluJm3jt
— ANI (@ANI_news) March 29, 2017
यह भी पढ़ें: OBC के लिए नए राष्ट्रीय आयोग के फैसले के खिलाफ राज्यसभा में जोरदार हंगामा
Source : News Nation Bureau