एक चाय की दुकान के मालिक की दिल का दौरा पड़ने से उस समय मौत हो गई, जब वह अपने पास की दुकान के एक जौहरी के साथ हुए विवाद में अपने बेटे को बचाने की कोशिश कर रहा था।
रविवार की शाम धक्का देने पर चाय की दुकान का मालिक नीचे गिर गया और बेहोश हो गया। उसे पास के अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
इसके बाद विरोध प्रदर्शन हुआ और दुकान मालिक मौके पर जमा हो गए और आरोपी जौहरी, उसके भाई और दुकान के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी), उत्तरी क्षेत्र, प्राची सिंह, मौके पर पहुंची और जौहरी आलोक और उसके भाई सहित आठ लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक जौहरी आलोक जैन ने आरोप लगाया कि मृतक नरेश गुप्ता का बेटा निखिल उसकी बेटी से दोस्ती करना चाहता था।
आलोक और उसका भाई पप्पू जैन चाय की दुकान पर आए और निखिल से इसके लिए स्पष्टीकरण मांगा। उन्होंने उन पर अपनी बेटी को फंसाने का आरोप लगाया।
इसके बाद यह मुद्दा गर्म हो गया और नरेश मौके पर पहुंच गया, लेकिन जब उसने हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो उसे एक तरफ धकेल दिया गया। नरेश नीचे गिरकर बेहोश हो गया और उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
एडीसीपी ने कहा, नरेश के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS