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फारुख अब्दुल्ला की रिहाई पर कांग्रेस नेताओं ने ट्विटर पर दी प्रतिक्रिया, जानिए किसने क्या कहा

पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम ने पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्‍दुल्‍ला की रिहाई पर खुशी जताई और उन्हें 7 महीनों तक नजरबंद रखे जाने पर हैरानी जताई है.

Updated on: 13 Mar 2020, 07:59 PM

नई दिल्ली:

 जम्‍मू-कश्मीर सरकार (Jammu and Kashmir Govt) के पूर्व मुख्यमंत्री  फारुख अब्‍दुल्‍ला (Farroq Abdulla) को केंद्र सरकार की नजरबंदी से मुक्त कर दिया गया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद फारुक अब्दुल्ला लगभग 7 महीनों की नजरबंदी से रिहा किए गए हैं. उनकी रिहाई के बाद कांग्रेस नेताओं ने खुशी जाहिर करते हुए सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं दी हैं.

पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम ने पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्‍दुल्‍ला की रिहाई पर खुशी जताई और उन्हें 7 महीनों तक नजरबंद रखे जाने पर हैरानी जताई है. उन्होंने कहा कि किसी को भी 7 महीनों तक डिटेंशन में रखने का क्या मतलब है. उन्होंने फारुख अब्दुल्लाह की रिहाई पर खुशी जताई और ट्विटर पर लिखा कि आजादी के लिए आपका स्वागत है.

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सोशल मीडिया पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लिखा कि, "फारूक अब्दुल्ला, आजादी के लिए आपका स्वागत है. 7 महीने तक बिना किसी आरोप के उन्हें हिरासत में रखने का क्या औचित्य था? अगर औचित्य था, तो आज रिहा करने का क्या कारण है?"

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने फारुख अब्दुल्लाह की रिहाई के बाद खुशी जताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, "आखिरकार, 7 महीने के बाद फारूक अब्दुल्ला को रिहा कर दिया गया है. इतने लंबे समय तक प्रो-इंडिया मास लीडर को असंवैधानिक रूप से बंद करके बीजेपी ने कश्मीरियों को अलग-थलग कर दिया और मुख्यधारा की राजनीति में अपना विश्वास खो दिया. अब उनका भरोसा जीतना मुश्किल होगा."

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कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी फारुख अब्दुल्लाह की रिहाई पर खुशी जताई है. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने फारुख अब्दुल्लाह की रिहाई पर सोशल मीडिया पर लिखा है, 'फारूख अब्दुल्ला अब अपने राज्य के मुद्दे को लोकसभा में जोरदार तरीके से उठा सकते हैं. फारूक अब्दुल्ला का स्वागत है. मैं आशा करता हूं कि वह जल्द ही लोकसभा में अपनी जगह पर बैठे दिखेंगे, जहां वह जोरदार तरीके से अपने राज्य के मुद्दों को उठा सकते हैं. उनकी हिरासत अपमानजनक थी.'

आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर से 5 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 को निष्प्रभावी बना दिया गया था जिसके बाद से ही जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला को श्रीनगर शहर स्थित उनके अपने घर में कड़ी सुरक्षा के बीच नजरबंद रखा गया था. शुक्रवार को राज्य प्रशासन ने पीएसए के तहत की गई उनकी नजरबंदी खत्म कर दी थी. शुक्रवार को रिहाई के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने अपनी रिहाई पर खुशी जताई है.

भारत सरकार जल्द ही बाकी नेताओं को भी रिहा करेगीः फारुख अब्दुल्लाह

जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्लाह ने रिहाई के बाद कहा कि, मैं राज्य के लोगों और बाकी नेताओं और देश के बाकी हिस्सों के लोगों का आभारी हूं, जिन्होंने हमारी आजादी के लिए बात की. यह आजादी तब पूरी होगी जब जम्मू-कश्मीर के नजरबंद किए गए सभी नेता रिहा होंगे. मुझे उम्मीद है कि भारत सरकार जल्दी ही सभी नेताओं को रिहा करने की कार्रवाई करेगी.