logo-image

फारुख अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ़्ती पर अलगाववादी नेताओं का साथ देने का लगाया आरोप

जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की गिरफ्तारी पर पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने सीएम महबूबा मुफ़्ती पर चुटकी ली है।

Updated on: 09 Sep 2018, 11:58 AM

नई दिल्ली:

मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की गिरफ्तारी पर पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारुक़ अब्दुल्ला ने सीएम महबूबा मुफ़्ती पर हुर्रियत नेताओं का साथ देने का आरोप लगाया है।

फ़ारुक़ अब्दुल्ला ने सीएम मुफ़्ती पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्होंने हमेशा ही हुर्रियत नेताओं का साथ दिया है। इसलिए वो इनकी गिरफ़्तारी से नाख़ुश होंगी।  

फ़ारुक़ अब्दुल्ला ने कहा, 'वो तो आप जानते हैं उनका साथ (महबूबा मुफ़्ती) तो उनके (हुर्रियत) साथ हर वक़्त रहा है।'

उन्होंने कहा, 'वो गिलानी साहब को अपना पिता मानती हैं। इस घटना से वो नाराज़ होंगी।'

मंगलवार को डेमोक्रेटिक फ्रिडम पार्टी के अध्यक्ष शब्बीर शाह को नजरबंद किया गया था। उनके साथ अलगाववादी दल, हुर्रियत कांफ्रेंस के दो भिन्न गुटों के नेताओं - सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक- को श्रीनगर में उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया था।

वहीं राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने अलगाववादी नेताओं को गिरफ़्तार किए जाने पर कहा, 'राष्ट्र हित में अलगाववादियों और आतंकियों के ख़िलाफ़ सभी तरह की कार्रवाई की जाएगी।'

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत ने पाकिस्तान से धन लेने के मामले में गिरफ्तार सभी सात कश्मीरी अलगाववादी नेताओं को 10 दिनों की एनआईए कस्टडी में भेज दिया है।

अलगाववादी नेता शब्बीर शाह को बुधवार सुबह दिल्ली लाया गया। गिलानी और फारूक ने कश्मीर बंद का आह्वान किया था।

इससे पहले 2 जुलाई को कोर्ट ने डेमोक्रेटिक फ्रिडम पार्टी (डीएफपी) के अध्यक्ष शब्बीर शाह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग केस में 8 बार समन जारी किये जाने के बावजूद शब्बीर शाह कोर्ट में पेश नहीं हुए थे।

जम्मू-कश्मीर: अलगाववादी नेता शब्बीर शाह गिरफ्तार, मनी लॉन्ड्रिंग का है आरोप

शब्बीर शाह को ऐसे समय में गिरफ्तार किया गया है, जब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी और आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान से फंड लेने के आरोप में 7 अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार किया है।

शाह पर क्या है आरोप?

अगस्त 2005 में दिल्ली पुलिस ने असलम वानी नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार असलम ने दावा किया था कि उसने शब्बीर शाह को 2.25 करोड़ रुपये दिए थे। जिसके बाद ईडी ने मनी लॉन्ड्रिग एक्ट के तहत शब्बीर शाह और असलम वानी के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

पाकिस्तान व्हाट्सअप ग्रुप से कश्मीर में फैला रहा है आतंकवाद, NIA ने किया खुलासा

जिसके बाद ईडी पूछताछ के लिए शब्बीर शाह को कई बार समन जारी किया था। लेकिन वह पेश नहीं हुए।