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किसानों ने फिर केंद्र को घेरने की तैयारी की, 22 जुलाई को करेंगे ये काम

Farmer Protest against agricultural laws : केंद्र के तीनों कृषि कानूनों (Fram Protest) के खिलाफ किसानों को लगातार धरना प्रदर्शन जारी है, लेकिन केंद्र सरकार कृषि कानून को वापस लेने के लिए तैयार नहीं है.

Updated on: 13 Jul 2021, 04:52 PM

नई दिल्ली:

Farmer Protest against agricultural laws : केंद्र के तीनों कृषि कानूनों (Fram Protest) के खिलाफ किसानों को लगातार धरना प्रदर्शन जारी है, लेकिन केंद्र सरकार कृषि कानून को वापस लेने के लिए तैयार नहीं है. किसान एक बार फिर मोदी सरकार को घरने की तैयारी कर रहे हैं. इस बीच भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत (BKU Leader Rakesh Tikait) ने कहा कि किसानों का धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. केंद्र सरकार बातचीत को तैयार नहीं है. हम 22 जुलाई को दिल्ली जाएंगे और संसद के बाहर बैठेंगे. रोजाना 200 लोग जाएंगे.

अफगानिस्तान से ना आए ये 25 लाख किसान, सरकार को शर्म क्यों नी: राकेश टिकैत

आपको बता दें कि इससे पहले राकेश टिकैत ( BKU Leader Rakesh Tikait ) ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा था. ​टिकैत ने केंद्र पर किसानों की अनदेखी करने और उन से बात न करने का आरोप लगाया है. किसान नेता ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की अनसुनी कर रही है और ऐसा करते हुए उसको लिहाज भी नहीं आ रही है. राकेश टिकैत ने स्पष्ट कहा कि 4 लाख ट्रैक्टर और 25 लाख लोग जो किसान आंदोलन में शामिल हैं, ये इसी देश के हैं. ये लोग अफगानिस्तान से नहीं आए हैं. उन्होंने कहा कि हम पिछले सात महीनों से कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं, क्या सरकार को इतनी भी लिहाज नहीं कि वो किसानों का पक्ष जानें? क्या लोकतंत्र इसी तरह काम करता है?

गौरतलब है कि भाकियू प्रवक्ता राकेश ​टिकैत ने सोशल मीडिया के माध्यम से केंद्र सरकार पर हमला बोला था. उन्होंने कहा कि ये 4 लाख ट्रैक्टर और 25 लाख लोग यहीं के हैं. यहां राकेश टिकैत ने अपने ट्वीट के साथ "बिल वापसी ही घर वापसी" हैशटैग इस्तेमाल किया था. चार लाख ट्रैक्टर भी यही हैं, दिल्ली के ढब को खड़े खड़े घे करें वे, वो 25 लाख किसान भी यही हैं और 26 तारीख भी हर महीने आती है ये सरकार याद रख लें ..। 

राकेश टिकैत की धमकी, कहा- BJP नेता मंच पर आए तो बक्कल उधेड़ दूंगा!

दिल्ली बॉर्डर पर गत दिनों किसान प्रदर्शनकारियों और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के भिड़ंत हो गई थी. इस घटना के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि वो (कार्यकर्ता) अपने किसी नेता का स्वागत करना चाह रहे थे, ये कैसे हो सकता है. ये मंच संयुक्त मोर्चे का है, अगर मंच पर जाना है तो इसमें शामिल हो जाओ. सड़क पर मंच है तो इसका मतलब ये नहीं कि इस पर कोई भी आ जाएग.  

राकेश टिकैत ने कहा था कि हां, मैं धमकी दे रहा हूं. मंच पर कब्जा करने नहीं दिया जाएगा, पूरे प्रदेश में उन्हें कहीं आने नहीं दिया जाएगा. ये सब पुलिस की मौजूदगी में हुआ है, उनकी (बीजेपी कार्यकर्ता) कोशिश थी कि वो मंच पर झंडा लगाएं और अपने नेता का स्वागत करें.