किसान आज मनाएंगे सम्पूर्ण क्रांति दिवस, कृषि कानूनों की जलाएंगे प्रतियां
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन अभी भी जारी है. इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा आज देशभर में बड़ा कार्यक्रम करने जा रहा है. इस दौरान आज कृषि कानूनों की प्रतियां जलाए जाने का प्रोग्राम है, जो पहले से ही तय किया जा चुका है.
highlights
- पांच जून 2020 को ही बनाए गए थे किसानों के लिए कृषि कानून, आज एक साल पूरा
- किसान आज जलाएंगे कृषि काननों की प्रतियां, भाजपा नेताओं के घर के बाहर प्रदर्शन
- किसान नेताओं की अपील, शांतिपूर्ण तरीके से करें प्रदर्शन, कहीं हिंसा नहीं होनी चाहिए
नई दिल्ली :
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन अभी भी जारी है. इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा आज देशभर में बड़ा कार्यक्रम करने जा रहा है. इस दौरान आज कृषि कानूनों की प्रतियां जलाए जाने का प्रोग्राम है, जो पहले से ही तय किया जा चुका है. आंदोलन कर रहे किसान आज भारतीय जनता पार्टी के नेताओं, पार्टी विधायकों, सांसदों और मंत्रियों के घरों और दफ्तरों के सामने तीनों कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे. किसान नेता अमर सिंह बिश्नाई ने बताया कि पिछले साल पांच जून को ही तीनों कानून बनाए गए थे. आज उसका एक साल पूरा हो रहा है, इसलिए ये कार्यक्रम रखा गया है. इसके साथ ही अमर सिंह बिश्नोई ने किसानों से कहा है कि किसान किसी भी हालत में भटकें नहीं. उन्हें शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना है और सम्पपूर्ण क्रांति करनी है. बता दें कि किसान लगातार कई महीनों से अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इससे पहले 22 जनवरी को कृषि कानूनों का रद करने के लिए किसानों और सरकार के बीच आखिरी बातचीत हुई थी. अब तक किसानों और सरकार के बीच 11 दौर की बात हो चुकी है, लेकिन बात नहीं बन सकी है.
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वहीं खबर ये भी है कि दिल्ली के बार्डरों पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. किसानों का कहना है कि सरकार की चाल को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा. किसानों ने भाजपा का ध्यान उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों में कम सीटों की ओर भी दिलाया है. उनका दावा है कि आने वाले साल 2022 में भाजपा की कम सीटें आएंगी. उनका कहना है कि गन्ना किसानों का अभी भी 23 हजार करोड़ रुपये बकाया है. इसलिए आज ये बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा. आज यानी पांच जून को ही खेती कानूनों के ऑर्डिनेंस के रूप में घोषित हुए एक साल पूरा हो रहा है. वहीं 5 जून 1974 को जयप्रकाश नारायण ने संपूर्ण क्रांति का नारा देते हुए देश में जन आंदोलन खड़ा किया था. संयुक्त किसान मोर्चा सभी देशवासियों से आह्वान किया है है कि वे किसान आंदोलन में समर्थन को जारी रखें व इस दिन भाजपा के सभी सांसद, विधायक और प्रतिनिधि के दफ्तर के बाहर कृषि कानूनों की कॉपी जलाकर संपूर्ण क्रांति मैं अपनी भूमिका निभाएं.
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