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योगेंद्र यादव बोले- वर्दी में खड़े जवान किसान हैं, गाड़ी चढ़ाने की कोशिश शर्मनाक​

गणतंत्र दिवस पर मंगलवार को किसानों की ट्रैक्टर रैली हिंसक हो गई है. दिल्ली में किसान और पुलिस के बीच झड़प हो गई है. प्रदर्शनकारी किसानों ने लाल किले में कूचकर अपना झंडा फहरा दिया.

Updated on: 26 Jan 2021, 03:50 PM

नई दिल्ली:

गणतंत्र दिवस पर मंगलवार को किसानों की ट्रैक्टर रैली हिंसक हो गई है. दिल्ली में किसान और पुलिस के बीच झड़प हो गई है. प्रदर्शनकारी किसानों ने लाल किले में कूचकर अपना झंडा फहरा दिया. स्थिति को काबू में करने की कोशिश कर रही पुलिस पर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास किया गया है. इस बीच सोशल मीडिया पर संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य योगेंद्र यादव लगातार ट्रेंड कर रहे हैं. योगेंद्र यादव ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में किसानों से अपील की है कि किसी तरह की हिंसा और तोड़फोड़ में शामिल न हों.

योगेंद्र यादव ने कहा कि अगर किसी ने भी वर्दीवाले पर वाहन चढ़ाने का प्रयास किया है तो यह काफी निंदनीय है. साथ ही ये अनुशासन से बाहर है. यह घृणित है और अस्वीकार है. मंच से हम बार-बार कहते रहे कि ये जो वर्दी में जवान है, ये तो वर्दी में खड़ा किसान है इनसे हमारा कोई झगड़ा नहीं है. ऐसी कोई भी अगर हरकत हुई है तो हम इसकी निंदा करते हैं.

योगेंद्र यादव ने प्रदर्शनकारियों से अपील करते हुए कहा कि मैं फिर से संयुक्त किसान मोर्चा के तमाम किसानों से अपील करना चाहता हूं कि पुलिस ने जो रूट दिया है, उसी में टिके रहे. हमारी ओर से किसी तरह की हिंसा न हो और न ही कोई तोड़फोड़ हो. उन्होंने आगे कहा कि मैं जानता हूं कि 90 प्रतिशत लोगों ने अनुशासन बनाए रखा है, लेकिन 2- 5 प्रतिशत लोगों के चलते पूरा आंदोलन बदनाम हो रहा है.

उन्होंने किसानों की हिंसा पर कहा कि हम ये जरूर पता करेंगे कि आंदोलन में हिंसा किसने फैलाई है. किसानों का बवाल शर्मिंदगी का विषय है. लाल किले के प्राचीर में किसानों का झंडा फहराना पूरी तरह से गलत है. प्रदर्शनकारियों से शांति की अपील करता हूं.