दिल्ली में पिछले करीब एक महीन से प्रदर्शन कर रहे तमिलनाडु के किसानों के मसले पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।
सुप्रीम कोर्ट ने किसानों को पहले से चल में मामले में अर्जी दाखिल करने के लिए कहा। अब सुप्रीम कोर्ट 28 अप्रैल को इस मामले में सुनवाई करेगा।
सुप्रीम कोर्ट में तमिलनाडु में किसानों की आत्महत्या को लेकर पहले से सुनवाई चल रही है। जिसके बाद अब दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे किसान सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट में किसानों की ओर से वकीलों ने कहा कि प्रदर्शन के बावजूद किसानों की सुनवाई नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा, 'प्रदर्शनकारी किसान 35 दिनों से दिल्ली में धरने पर बैठे हैं और प्रधानमंत्री से मिलने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।'
और पढें: किसानों की आत्महत्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार, कहा- राज्य सरकार नहीं उठा रही ज़रुरी कदम
तमिलनाडु गंभीर सूखे का सामना कर रहा है। जिसको लेकर किसान दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं। पिछले दिनों किसानों ने पीएमओ के पास नग्न प्रदर्शन किया था।
प्रदर्शनकारी किसान केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से तीन बार मिल चुके हैं। उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया, लेकिन किसानों को उनकी मांगें पूरी होती नहीं दिख रहीं।
इस महीने की शुरुआत में केंद्र सरकार ने तमिलनाडु के राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (एनडीआरएफ) के तहत 1,712 करोड़ रुपये दिए थे। लेकिन, राज्य सरकार ने 40,000 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की मांग की है।
और पढ़ें: यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा ट्रिपल तलाक पर चुप रहने वाले अपराधी
HIGHLIGHTS
- दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
- सुप्रीम कोर्ट ने किसानों से कहा अर्जी दाखिल करें, अब 28 अप्रैल को होगी सुनवाई
- तमिलनाडु सूखा के भयंकर चपेट में है, प्रदर्शनकारी किसान कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं
Source : News Nation Bureau